बेतिया : बिहार के सुपौल जिले में छात्रवृत्ति घोटाले में फंसे पश्चिम चंपारण के जिला कल्याण पदाधिकारी राजेंद्र चौबे को निलंबित कर दिया गया है. यह कार्रवाई राज्य सरकार के अनुसूचित जाति/जनजाति विभाग की ओर से की गयी है. चौबे पर सुपौल में जिला कल्याण पदाधिकारी रहते हुए छात्रवृत्ति घोटाला करने का आरोप है. पश्चिम चंपारण के डीएम ने कार्रवाई की अनुशंसा की थी.
जानकारी के अनुसार, मामला वित्तीय वर्ष 1012-13 व 2013-14 के दौरान का है. मामले में जिलाधिकारी ने सुपौल के तत्कालीन कल्याण पदाधिकारी राजेंद्र चौबे के खिलाफ छात्रवृत्ति राशि को ट्रांसफर करने का आरोप लगाया था. डीएम ने अनुसूचित जाति, जनजाति कल्याण विभाग को प्रपत्र क भी उपलब्ध कराया था. इसी बीच राजेंद्र चौबे का तबादला पश्चिमी चंपारण जिले के कल्याण पदाधिकारी के पद पर हो गया. सुपौल के डीएम के प्रतिवेदन के आलोक में विभाग की ओर से जिला कल्याण पदाधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा गया, लेकिन जिला कल्याण पदाधिकारी की ओर से समर्पित स्पष्टीकरण को विभाग ने अंसतोषजनक करार दिया. इसके बाद उनके खिलाफ निलंबन की प्रक्रिया शुरू कर दी और विभागीय मंत्री के अनुमोदन के बाद निलंबन आदेश जारी किया है.