कई दबोचे जा चुके, फिर भी बाज नहीं आ रहे घूसखोर रिश्वतखोरी

एक दर्जन से अधिक अफसरों व कर्मियों को निगरानी टीम कर चुकी है गिरफ्तार हाल के दिनों में सीओ व दारोगा की हो चुकी है गिरफ्तारी सबसे पहले सिविल सर्जन व श्रमायुक्त चढ़ चुके हैं निगरानी टीम के हत्थे बेतिया : यूं तो सरकार की ओर से भ्रष्टाचार और घूसखोरी के खिलाफ लगातार कार्रवाई चल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 30, 2016 4:49 AM

एक दर्जन से अधिक अफसरों व कर्मियों को निगरानी टीम कर चुकी है गिरफ्तार

हाल के दिनों में सीओ व दारोगा की हो चुकी है गिरफ्तारी
सबसे पहले सिविल सर्जन व श्रमायुक्त चढ़ चुके हैं निगरानी टीम के हत्थे
बेतिया : यूं तो सरकार की ओर से भ्रष्टाचार और घूसखोरी के खिलाफ लगातार
कार्रवाई चल रही है. लेकिन जिले में घूसखोरी से पदाधिकारी और
कर्मी बाज नहीं आ रहे है. बेलगाम हो चुके अफसर व कर्मी घूस
मांगने में तनिक भी नहीं हिचकते हैं. जिला प्रशासन के नाक के नीचे सरकारी विभागों के खुलेआम भ्रष्टाचार होता है, लेकिन आज तक यह जांच के दायरे में नहीं आ सके हैं.
घूसखोरी की जड़े यहां काफी पुरानी हो चुकी है. निगरानी की ओर से हुई कार्रवाई पर गौर करें तो जिले से अबतक दो दर्जन से अधिक गिरफ्तार किये जा चुके हैं. इसमें
सिविल सर्जन डाॅ बनवारी लाल, श्रमायुक्त संत लाल चौधरी,
वाणिज्य कर सहायक उपायुक्त अभिमन्यु सिंह, पीएचइडीके
कार्यपालक अभियंता सुरेन्द्र प्रसाद, ग्रामीण बैंक साठी के शाखा प्रबंधक अवधेश राय, सहायक आपूर्ति पदाधिकारी उतम चंद, आइसीडीएस के लिपिक अरविन्द कुमार सिंह,
नगर परिषद के लिपिक नंदकिशोर मिश्र, इओ दिनेश मालवीय, मार्केटिंगआफिसर मदन रजक, बीडीओ जवाहर लाल सिंह,
एचएम धर्मनाथ मिश्र, नरकटियागंज के एमओ राजेश कुमार हरिजन,
सिकटा के शाखा प्रबंधक महमूद आलम, गौनाहा पीओ हरिशंकर प्रसाद, सिकटा के अंचल नाजिर विपिन कुमार राय, लौरिया सीआई चंद्रमा मांझी शामिल हैं.
ये भी हुए गिरफ्तार
25 जून 2013: सीडीपीओ कुसूम कुमारी
तीन जुलाई 2013: सीडीपीओ पूनमकुमारी
आठ जनवरी 2014 =गौनाहा पीओ हरिशंकर प्रसाद
16 जनवरी 2014: बेतिया सीडीपीओ के प्रधानसहायक धीरेन्द्र महतो
12 अप्रैल 2016: कालीबाग ओपी के दारोगा उमेश प्रसाद
एक अगस्त 2016: सिकटा सीओ रमण कुमार राय

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