बेतिया में आठ दिन बाद बेहोशी की हालत में मिली अगवा छात्रा, छानबीन में जुटी पुलिस

बेतिया : बिहार के बेतिया शहर से दसवीं की एक छात्रा को अगवा कर उसे आठ दिनों तक बंधक बना कर रखा गया. युवकों के चंगुल से जान बचा कर भागी छात्रा बुधवार सुबह स्टेशन चौक के एक होटल के पास बेहोशी की हालत में मिली. आस-पास के लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस छात्रा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 30, 2016 10:54 PM

बेतिया : बिहार के बेतिया शहर से दसवीं की एक छात्रा को अगवा कर उसे आठ दिनों तक बंधक बना कर रखा गया. युवकों के चंगुल से जान बचा कर भागी छात्रा बुधवार सुबह स्टेशन चौक के एक होटल के पास बेहोशी की हालत में मिली. आस-पास के लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस छात्रा का बयान दर्ज कर मामले की छानबीन में जुट गयी है. पीड़िता शहर के सुप्रिया रोड स्थित एक प्रतिष्ठित स्कूल में दसवीं की छात्रा है. वह 22 नवंबर से ही गायब थी. अब छात्रा के मिलने के बाद उसे अपहरण करने के मामले का खुलासा हुआ है.

पीड़ित छात्रा ने बताया कि स्कूल जाते समय उसे दो युवकों ने नशीला पदार्थ सुंघा कर अगवा किया. होश में आने पर उसने अपने को एक गोदाम में पाया. वहां उसे बंधक बनाकर रखा गया. मंगलवार की रात छात्रा किसी तरह से युवकों के चंगुल से भागने में कामयाब हो गयी. लेकिन, बेहोशी के इंजेक्शन या पदार्थ सूंघने के चलते वह स्टेशन चौक आते-आते बेहोश होकर गिर पड़ी. बुधवार की अगले सुबह लोगों ने छात्रा को बेहोशी की हालत में देख पानी छिड़क उसे होश में लाया. छात्रा के बताने पर लोगों ने उसके परिजनों को फोन किया. बानूछापर ओपी प्रभारी याकूब अंसारी ने बताया कि छात्रा का कोर्ट में बयान करा दिया गया है. छात्रा ने कहा कि वह उन लड़कों को पहचान लेगी. पीड़ित छात्रा बानूछापर की रहनेवाली है.

स्कूल जाते समय किया था अगवा
होश में आने के बाद पीड़ित छात्रा ने बताया है कि वब बेतिया के बानूछापर की रहनेवाली है. वह बेतिया के सुप्रिया रोड स्थित एक स्कूल में दसवीं कक्षा की छात्रा है. 22 नवंबर को वह स्कूल जा रही थी. इसी दौरान सुप्रिया रोड के पास उसे दो युवक मिले. दोनों ने उसे नशीला पदार्थ सुंघाया. इसके बाद क्या हुआ, उसे नहीं पता. होश आने पर उसने खुद को एक गोदाम में पाया. उसने बताया कि वहां दो लड़के मौजूद थे. पीड़िता के पानी मांगने पर लड़कों ने उसे पानी पिलाया. इसके बाद उसे फिर बेहोश कर दिया गया. अगले दिन उसे होश आया, तो उसके कपड़े बदले हुए थे. आठ दिन तक उसे बंधक बनाकर रखा गया. इसके बाद मौका पाकर किसी तरह वहां से जान बचाकर भागी.

Next Article

Exit mobile version