अनीश-जनक नहीं देखें नप का कामकाज

हाइकोर्ट का आदेश सभापति रहे जनक साह की बरखास्तगी मामले में हाइकोर्ट ने दोनों को नगर विकास में अपना रखने के लिए किया है आदेशित दो सप्ताह में अपना पक्ष रखेंगे अनीस अख्तर और जनक साह, 60 दिन में नगर विकास विभाग देगा फैसला उप सभापति कुमार गौरव के जिम्मे हो सकता है नगर परिषद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 7, 2016 1:06 AM

हाइकोर्ट का आदेश

सभापति रहे जनक साह की बरखास्तगी मामले में हाइकोर्ट ने दोनों को नगर विकास में अपना रखने के लिए किया है आदेशित
दो सप्ताह में अपना पक्ष रखेंगे अनीस अख्तर और जनक साह, 60 दिन में नगर विकास विभाग देगा फैसला
उप सभापति कुमार गौरव के जिम्मे हो सकता है नगर परिषद
बेतिया : निकाय चुनाव से पहले ही स्थानीय नगर परिषद में मची खींचतान के बीच हाइकोर्ट से आये आदेश के बाद असमंजस के बादल काफी हद छंट गये हैं. कोर्ट ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि मौजूदा सभापति अनीस अख्तर और बरखास्त सभापति जनक साह नप का काम-काज फिलहाल नहीं देखेंगे. इन दोनों लोगों को कोर्ट ने दो सप्ताह के अंदर नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव के सामने अपना-अपना पक्ष रखने के लिए आदेशित किया है. वहीं नगर विकास विभाग को 60 दिन के अंदर मामले में फैसला देने का आदेश कोर्ट ने दिया है. ऐसी स्थिति में नप के उप सभापति कुमार गौरव उर्फ रिंकी गुप्ता के जिम्मे नप का कार्य हो सकता है.
मंगलवार को हाइकोर्ट के आदेश की प्रति नप कार्यालय पहुंचने के बाद इसको लेकर खलबली मच गई. दोनों खेमों में इसको लेकर बेचैनी रही. बता दें कि बेतिया नगर परिषद वर्ष 2013-14 में 49 लाख के शौचालय घोटाले का मामला आया था. इसमें तत्कालीन ईओ समेत अन्य के खिलाफ कार्रवाई हुई थी. इस मामले में सभापति रहे जनक साह को अप्रथामिकी अभियुक्त बनाया गया. इस मामले की जांच नगर विकास परिषद की ओर से भी चल रही थी. इसी मामले में जांच रिपोर्ट के आधार पर बीते अप्रैल माह में नगर विकास विभाग की ओर से सभापति रहे जनक साह को सभापति पद से बरखास्त कर दिया गया. इसके बाद जून माह में राज्य चुनाव आयोग के निर्देश पर सभापति पद के लिए नगर परिषद में चुनाव कराया गया. इस चुनाव में अनीस अख्तर सभापति चुने गये. इधर, अपनी बरखास्तगी के खिलाफ जनक साह ने हाईकोर्ट में रिट दायर कर दी थी. जिसपर सुनवाई करते हुए न्यायमूर्ति अमानुल्लाह की बेंच ने मंगलवार को जनक साह और शिकायकर्ता मौजूदा सभापति अनीस अख्तर को प्रधान सचिव के सामने पेश होकर अपना-अपना पक्ष रखने के लिए आदेशित किया है.
कार्यकारी सभापति रह चुके हैं रिंकी
जाहिदा खातून पर आये अविश्वास के बाद उप सभापति बने कुमार गौरव उर्फ रिंकी गुप्ता के जिम्मे नप का काम-काम हो सकता है. इन्हें कार्यकारी सभापति के तौर पर कुरसी मिल सकती है. रिंकी गुप्ता को यदि कार्यकारी सभापति बनते हैं तो यह इनके कार्यकाल का दूसरा मौका होगा. इससे पहले जनक साह की बरखास्तगी के बाद रिंकी गुप्ता को कार्यकारी सभापति बने थे.

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