अस्पताल में व्यवस्था नहीं घर से लेकर आएं कंबल !

उदासीनता . एमजेके में मरीजों को ठंड से बचाने की कोई व्यवस्था नहीं दूरदराज से इलाज कराने सरकारी हॉस्पिटल पहुंच रहे मरीजों की परेशानी बढ़ी है. ठंड पड़ने के बावजूद उन्हें कंबल नहीं दिया जा रहा. इसको लेकर हॉस्पिटल में हर रोज मरीज के परिजनों व हॉस्पिटल में कर्मचारियों के बीच नोकझोंक हो रही है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 15, 2016 6:15 AM

उदासीनता . एमजेके में मरीजों को ठंड से बचाने की कोई व्यवस्था नहीं

दूरदराज से इलाज कराने सरकारी हॉस्पिटल पहुंच रहे मरीजों की परेशानी बढ़ी है. ठंड पड़ने के बावजूद उन्हें कंबल नहीं दिया जा रहा. इसको लेकर हॉस्पिटल में हर रोज मरीज के परिजनों व हॉस्पिटल में कर्मचारियों के बीच नोकझोंक हो रही है.
बेतिया : दुआ करिये! इस ठंड में आपके परिजन बीमार नहीं पड़े. यदि वो बीमार पड़ गये तो हॉस्पिटल जाने से पहले पूरी तैयारी कर लीजिए.
गरम कपड़ों तो रखिए ही साथ में कंबल, रजाई घर से ही ले लीजिए, नहीं तो बीमार मरीज को रातें ठिठुरन में बितानी पड़ेगी या फिर चादरें ओढ़कर ही काटनी पड़ेगी. कारण यह है कि एमजेके सदर हॉस्पिटल सह गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में भरती मरीजों को कंबल मुहैया ही नहीं कराया जा रहा है. लिहाजा इस ठंड में कई मरीज ठिठुरते नजर आ रहे हैं.
वह भी तब, जब सरकारी निर्देश है कि एडमिट मरीजों को कंबल मुहैया कराया जाए. जब हॉस्पिटल में बीते वर्ष ही भारी संख्या में कंबल की खरीद हुई थी. जब कई संस्थाओं की ओर से हॉस्पिटल को कंबल दान स्वरूप दिया गया है. जब हॉस्पिटल में आलमारियों में कंबलों की भरमार पड़ी हुई है. बावजूद इसके मरीजों को कंबल नहीं दिया जाना समझ से परे हैं. दूर-दराज से आये मरीज या उसके परिजन यदि कंबल की मांग करते हैं तो कर्मचारियों की ओर से रौब झाड़ा जाता है. नजदीक के मरीजों को तो उनके परिजन घर से कंबल लाकर पहुंचा देते हैं, लेकिन दूर से आये मरीजों को सांसत उठाना पड़ रहा है. नतीजा चादर में रात बिताई जा रही है.
रैनबसेरा भी नहीं बना, टहल कर गुजारते हैं रात : एमजेके हॉस्पिटल में इलाज कराने आ रहे मरीजों को ही इस ठंड में सांसत नहीं हो रही है, बल्कि उनके परिजनों को भी फजीहत झेलना पड़ रहा है. अभी तक हॉस्पिटल में रैन बसेरा नहीं बन सका है. लिहाजा परिजनों को ठंड भरी रात टहल कर गुजारनी पड़ रही है. जबकि ठंड के नाम लाखों का वारा-न्यारा करने का कार्य अफसरों ने शुरू कर दिया है.
300 बेडों के अस्पताल में 143 हैं एडमिट
एमजेके सदर हॉस्पिटल 300 बेड का है. मौजूदा समय में अस्पताल में 143 मरीज भरती हैं. जिन्हें कंबल मुहैया कराया जाना है. लेकिन, मरीजों को कंबल नहीं मिल पा रहा है.

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