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नाव पलटी,खेती के लिए गंडक के पार जा रहे थे ग्रामीण,दस साल का बच्च घायल

बैरिया:गंडक नदी के बथना घाट पर शुक्रवार की सुबह एक नाव पलट जाने की घटना घटी. उस वक्त नाव पर एक दर्जन से ज्यादा लोग सवार थे. जिसमें एक दस वर्षीय बालक भी शामिल था. जो गंभीर से जख्मी हो गया. हादसा में शिकार बालक की पहचान आसाराम पटखौली निवासी रबी मियां के पुत्र खुश्रेद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 22, 2014 12:57 AM

बैरिया:गंडक नदी के बथना घाट पर शुक्रवार की सुबह एक नाव पलट जाने की घटना घटी. उस वक्त नाव पर एक दर्जन से ज्यादा लोग सवार थे. जिसमें एक दस वर्षीय बालक भी शामिल था. जो गंभीर से जख्मी हो गया. हादसा में शिकार बालक की पहचान आसाराम पटखौली निवासी रबी मियां के पुत्र खुश्रेद आलम बताया जा रहा है. ग्रामीणों ने उसे इलाज के लिए स्थानीय पीएचसी नौतन में भरती कराया. इलाज के बाद खुश्रेद को काफी देर के बाद होश आया. बताया जा रहा हैं कि बथना घाट से अधिकांश ग्रामीण गंडक उस पार खेती करने के लिए नाव से प्रतिदिन जाते हैं. शुक्रवार को भी एक दर्जन से ज्यादा लोग एक छोटी नाव पर सवार हो कर बैजुआ गांव के दियारे में जा रहे थे. तभी नाव का संतुलन बिगड़ गया और वह पटल गया. जिससे सभी लोग पानी में गिर गये. लेकिन सवार लोग तैरकर बाहर निकल गये. परंतु इस बीच खुश्रेद नहीं निकल पाया. डूबते हुए खुश्रेद को देख कर कुछ ग्रामीण नदी में कूद कर खुश्रेद को बाहर निकाला. लेकिन उसके पेट में काफी मात्र में पानी चला गया था. जिससे उसकी स्थिति नाजुक थी. प्रखंड विकास पदाधिकारी विद्यानंद सिंह ने बताया कि घटना के संबंध कोई जानकारी नहीं है.

पहले भी कई बार हो चुका है नाव हादसा

गंडक नदी के घाटों पर अवैध नाव परिचालन से पूर्व भी कई नाव हादसा घट चुकी है, लेकिन इसका परिचालन बंद कराने में प्रशासन पूरी तरह विफल रही. दो वर्ष पूर्व घोडहियां घाट पर नाव हादसा हुआ था. जिसमें सात महिला-पुरुष की मौत हो गयी थी. वह आधे दर्जन लोगों को गंभीर हालत में नदी से बाहर निकाला गया था. वर्षो पहले लौकरिया घाट पर भी नाव हादसा हो चुका है. जिसमें में भी तीन लोगों की मौत हुई थी. प्रशासन इन घटनाओं के बाद नावों के अवैध परिचालन पर रोक लगाने की घोषणा की. लेकिन हादसा के कुछ दिनों बाद लोगों का डर बाहर निकल गया और फिर अवैध नावों का परिचालन शुरू हो गया.

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