बेतियाः बंगाली शरणार्थियों ने अपने अधिकार को ले नगर में बुधवार को सैकड़ों की संख्या में जुलूस निकाला. जुलूस नगर के बेलबाग कॉलोनी से निकल कर सागर पोखरा के रास्ते समाहरणालय चौक पर पहुंचा. आंदोलनकारियों का नेतृत्व पूर्वासा के अध्यक्ष डा. अविनाश गोलदार ने की. उन्होंने कहा कि इतने सालों बाद भी बंगाली शरणार्थी को उनका अधिकार नहीं मिला है.
जाति प्रमाणपत्र तक निर्गत नहीं किया जा रहा है. महासचिव निरंजन साहा कहा कि 1959 में जमीन मिली थी, लेकिन आज तक जमाबंदी कायम नहीं किया गया. सरकारी विद्यालयों में बंगाली शिक्षकों की नियुक्ति की जाये. इस संबंध में पटना हाई कोर्ट ने भी शिक्षा विभाग को आदेश दे दिया है. लेकिन स्थानीय अधिकारी शिक्षकों के नियुक्ति पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं. बंगाली परिवार आज भी अपनी माली हालत से गुजर रहा है. रिक्शा चलाना, बीड़ी बनाना, मूंगफली बेचना व घरों में दाई का काम करना ही मुख्य पेशा बन गया है.
इन के पुनर्वास के लिए भी किसी सरकार ने कोई कारगर कदम नहीं उठाया है. इस आंदोलन में जिले के 44 बंगाली कॉलोनियों के शरणाथियों ने भाग लिया. आंदोलन कारियों को एसडीएम सुनील कुमार ने समझा-बुझा कर शांत कराया. उन्होंने कहा कि उनके मांगों को समक्ष पदाधिकारी के पास भेजा जायेगा.