वार्ड में सड़क व नालियों का हुआ निर्माण
दावा. पार्षद राजेंद्र यादव का दावा, पांच सालों में हुआ है वार्ड का विकास शहर में विकास के दावे करने वाले पार्षदों की बातें और उसकी हकीकत की पड़ताल जारी है. पांच सालों में आपके पार्षद ने वार्ड के विकास के लिए क्या-क्या किया? इसको लेकर प्रभात खबर की ओर से चलाये जा रहे अभियान […]
दावा. पार्षद राजेंद्र यादव का दावा, पांच सालों में हुआ है वार्ड का विकास
शहर में विकास के दावे करने वाले पार्षदों की बातें और उसकी हकीकत की पड़ताल जारी है. पांच सालों में आपके पार्षद ने वार्ड के विकास के लिए क्या-क्या किया? इसको लेकर प्रभात खबर की ओर से चलाये जा रहे अभियान के क्रम में पेश है वार्ड पांच की पार्षद के दावे व उसपर वार्डवासियों की प्रतिक्रिया..
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बेतिया : शहर के वार्ड संख्या पांच छावनी है. यह वार्ड जिले के 14 प्रखंडों को जिला मुख्यालय से यह वार्ड जोड़ता है.
जिला मुख्यालय से जोड़ने वाले वार्ड होने के बावजूद यहां बुनियादी सुविधाओं का अब भी अभाव है. छावनी के जाम से रोज शहरवासी या जिला मुख्यालय आने-वाले लोगों को जूझना पड़ता है. इसे लेकर यहां के लोग भी परेशानी से जूझ रहे हैं. वार्ड पार्षद राजेन्द्र यादव का दावा है कि वार्ड में हर स्तर पर विकास के काम हुए हैं.
िमली हैं वार्ड में कई सुविधाएं
वार्ड के विकास के लिए हर गली व मोहल्ले में सड़क व पक्की नालियों का निर्माण करायी गयी है. जिससे अब वार्ड की सूरत बदल चुकी है. सड़क का निर्माण नप की योजना से हुअा है. जिससे आवागमन की सुविधाएं बढ़ गयी है. गलियों की नालियां सीधे मुख्य नाले में गिरती हैं. जिससे जलजमाव की समस्या कम हुई है. फिर भी चार-पांच मोहल्ले ऐसे हैं जहां वहां के लोगों के विरोध के कारण विकास कार्य नहीं कराया जा सका है. हालांकि वार्ड की
अधिकांश सड़क व नालियों का पक्का निर्माण कराया चुका है. वार्ड में मात्र 400 ही कच्ची सड़क बच गयी है. 32 एलइडी लाइट, 25 सीएलएफ, 2 हाइमास्ट लाइट व दो ट्रांसफारर्मर लगवाया गया है. वहीं वार्डवासियों का कहना है कि वार्ड में विकास तो हुआ है. लेकिन कई गली-मोहल्ले की सड़क व नालियां कच्ची हैं. करीब 35 साल से वार्ड पार्षद लगातार रहने के बावजूद विकास जिस स्तर पर होना चाहिए नहीं हो पाया है.
बोले वार्डवासी
वार्ड में मुख्य नाला की सफाई की कमी है. नाले की सफाई नहीं होने से बरसात के दिनों में जल जमाव की समस्या से परेशानी होती है. नाले में कूड़ा-कचरा भी पसरा रहता है. ऐसे में पीसीसी सड़क होने के कारण कम परेशानी होती है.
सुभावती देवी, वार्डवासी
वार्ड में सड़क व नाले का निर्माण हुआ है. शौचालय का निर्माण भी कराया गया है. हालांकि बिजली की व्यवस्था में सुधार हुई है. छावनी से इसकी पहचान है. 14 प्रखंड़ों को सीधे जिला मुख्यालय से जोड़ता है. यहां विकास की और दरकार है.
मनीष यादव, वार्डवासी
वार्ड में सड़क, नाले व शौचालय का निर्माण हुआ है. रौशनी की भी व्यवस्था की गयी है. खाद्य सुरक्षा का भी लाभ आसानी से मिल रहा है. लेकिन वार्ड के कई ऐसे मोहल्ले व गली हैं. जहां कच्ची सड़क व नाले हैं. वहां के लोगों को भारी परेशानी होती है.
प्रभु महतो, वार्डवासी
बोले प्रतिद्वंद्वी
अल्पसंख्यकों की भी है अच्छी खासी संख्या, पर विकास से दरकिनार
वार्ड संख्या पांच में अल्पसंख्यकों की संख्या भी अच्छी खासी है. लेकिन इन जगहों पर विकास को दरकिनार कर दिया गया है. सड़क व नाले की हालत भी काफी बदतर है. सफाई की व्यवस्था भी काफी बदतर है. नाले का पानी हमेशा सड़कों पर बहता रहता है. जिससे आमलोगों को काफी परेशानी है. नप की भी योजना की राशि का खर्च में भी काफी असमानता है. यहीं कारण है कि यहां विकास कोसों दूर है.