अभाविप उतरी सड़क पर समाहरणालय पर प्रदर्शन

गुस्सा. प्राचार्य पर कार्रवाई की मांग करे रहे थे कार्यकर्ता बेतिया : खिल भारतीय विधार्थी परिषद ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा साठी के सतवारिया स्थित राजकुमार शुक्ल कालेज में इंटर के परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र नहीं देने एवं व्याप्त धांधली व भ्रष्टाचार के विरोध में समाहरणालय के सामने धरना प्रदर्शन किया़ उन्होंने जिला प्रशासन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 14, 2017 6:12 AM

गुस्सा. प्राचार्य पर कार्रवाई की मांग करे रहे थे कार्यकर्ता

बेतिया : खिल भारतीय विधार्थी परिषद ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा साठी के सतवारिया स्थित राजकुमार शुक्ल कालेज में इंटर के परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र नहीं देने एवं व्याप्त धांधली व भ्रष्टाचार के विरोध में समाहरणालय के सामने धरना प्रदर्शन किया़ उन्होंने जिला प्रशासन एवं बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के खिलाफ जम कर नारेबाजी की.
इस दौरान समाहरणालय के मुख्य द्वार को जाम कर दिया व धरना पर बैठ गये. जिसके कारण कुछ देर के लिए जाम लग गया था़ जाम की सूचना मिलते ही नगर थानाध्यक्ष बिमलेन्दू कुमार पहुंचे. प्रदर्शनकारियों को समझा-बुझाकर जाम समाप्त कराया. धरना पर बैठे अभाविप के कार्यकर्ता चनपटिया के राजकुमार शुक्ल कालेज के प्राचार्य व साठी थाना कांड संख्या 23/17 के अभियुक्त वशिष्ठ कुंवर पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे.
कार्यकर्ताओं का कहना था कि तथाकथित प्राचार्य वशिष्ठ कुंवर के द्वारा बार-बार छात्रों को गुमराह कर धोखाधड़ी की गयी है. कई वर्षों से वे महाविद्यालय में छात्रों को गुमराह कर नामांकन लेते हैं और परीक्षा के समय में छात्रों का प्रवेश पत्र ही नहीं उपलब्ध कराते हैं. प्रत्येक साल महाविद्यालय में प्रवेश पत्र के मुद्दे पर तोड़ फोड़ और चक्का जाम होता है और छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो जाता है. प्रशासन मूकदर्शक बनके कोई ठोस कदम नहीं उठाती है. जिसके चलते छात्रों के साथ -साथ आम नागरिकों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद् सदस्य धंरंजन कुमार गुड्डू ने कहा कि सरकार के उदासीन रवैया के कारण छात्रों का भविष्य अन्धकार में जाता दिखाई दे रहा है. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति और कालेज प्रसाशन के मिली भगत कारण परीक्षा के प्रवेश पत्र नहीं मिला और धांधली और अनियमितता बरती जा रही है.
नगर मंत्री सुजीत कुमार ने कहा कि छात्रों के भविष्य के साथ बिहार सरकार और जिला प्रशासन खिलवाड़ कर रही है ़ इस मामले को जांच कराने के बजाय टालने और छिपाने का प्रयास किया जा रहा है जो बेहद अफसोस जनक है. अविनाश कुमार ने सरकार से अपील किया कि नैतिकता के आधार पर अतिशीघ्र परीक्षार्थियों का पवेश पत्र निर्गत किया जाय ताकि कल से होने वाले परीक्षा में परीक्षार्थी भाग ले सकें. छात्र नेता राहुल पांडेय ने कहा कि राज्य मेघावी छात्रों के सीने पर सरकार खंजर चला रही है़
मेधावी छात्रों के जीवन से वह खेल रही है. इस मौके पर प्रदेश कार्यसमिति सदस्य आंनद कुशवाहा, अमित कुमार, पियूष मिश्रा, अविषेक कुमार, रजनीश गोश्वामी, पिंटू सिंह, बबलू गुप्ता, धनंजय पांडेय, चन्दन प्रताप, नितीश पटेल, अवनीश मिश्र धीरज पांडेय, जीतेन्द्र यादव, रणधीर यादव, रंजन कुमार आदि दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे.
डीएम ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
अभाविप ने जिलाधिकारी लोकेश कुमार सिंह से वार्ता की. डीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तीन सदस्यीय कमिटी गठन करने की बात कही. कमिटी का रिपोर्ट आने के बाद दोषियों पर करवाई का आश्वासन दिया. अभाविप ने डीएम द्वारा सरकार को ज्ञापन दिया और कहा अगर इसी तरह से छात्र युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ होता रहा, तो छात्र हित को देखते हुए विद्यार्थी परिषद अंतत: किसी भी हद तक जा सकता है. यह बिहार के मुखिया नीतीश कुमार को खुली चेतावनी है और इसके बाद किसी भी तरह की घटना घटित होने पर खुद सरकार की जवाबदेही होगी.

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