बेतिया : जिले में फागुनी बयार के एकबारगी आंधी-पानी और ओले का रूप ले लेने से भारी तबाही मची है. शहर से गांव तक आंधी और पानी के बाद अफरातफरी मची रही. आंधी ऐसी रही कि कई प्रखंडों में आधा दर्जन से अधिक झोपड़ियां और पेड़ गिरकर ध्वस्त हो गये.
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अचानक आयी आंधी- ओले से तबाही, दर्जनों झोंपड़ियां गिरीं
बेतिया : जिले में फागुनी बयार के एकबारगी आंधी-पानी और ओले का रूप ले लेने से भारी तबाही मची है. शहर से गांव तक आंधी और पानी के बाद अफरातफरी मची रही. आंधी ऐसी रही कि कई प्रखंडों में आधा दर्जन से अधिक झोपड़ियां और पेड़ गिरकर ध्वस्त हो गये. शहरी क्षेत्र में कई लकड़ी […]
शहरी क्षेत्र में कई लकड़ी और कर्कट के कई छप्पर उड़ गये और झोपड़ी वाली दुकानें क्षतिग्रस्त हो गईं. कई जगह तड़का गिरने से बिजली और मोबाइल टावरों के तार टूटकर गिर गये. जिले के नौतन,
लौरिया, बैरिया योगापट्टी समेत अन्य अंचलों में रबी और आम के फसलों को जबदस्त नुकसान पहुंचा है. नौतन प्रतिनिधि के अनुसार अंचल के कई गांवों में आधा दर्जन से अधिक झोपड़ियां गिर गयीं है. गेहूं, दलहन, तेलहन, मक्का समेत अन्य फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है. इससे किसानों के माथे पर चिंता की काली लकीरें उभर आयी हैं.
वहीं कुछ जगहों पर आम और लीची के मंजर को भी क्षति पहुंचने की आशंका है. जिससे आम और लीची के व्यवसायियों में भी उम्मीद के अनुरूप उत्पादन नहीं होने की चिंता सताने लगी है. वैसे इस बेमौसम की बारिश और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. लौरिया प्रतिनिधि के अनुसार अंचल में आंधी वर्षा के दौरान ओले गिरने से फसलों और झोपड़ियों को भारी क्षति हुई है. ओले गिरने की मात्रा अधिक रही. अंचल के डूमरा भाठ, सिरकहिया, डूमरा गोनौली, सिसई लाकड़ तथा तेलपुर समेत देवराज क्षेत्र में फसलों को क्षति होने की खबर है. हालांकि किसी जान-माल की क्षति की सूचना नहीं मिली है.
गेहूं, तेलहन, दलहन, मक्का और आम की फसलों को नुकसान
कई जगहों पर विद्युत तार और मोबाइल टावर के तार भी क्षतिग्रस्त
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