विदेशों तक पहुंची भोजपुरी कवि की रचनाएं
भोजपुरी कवि शिव प्रसाद किरण की स्मृति में समारोह और कवि सम्मेलन आयोजित वक्ताओं ने बताया भोजपुरी का प्रथम गजलकार बेतिया : महाराजा पुस्तकालय के नेपाली कक्ष में रविवार को भोजपुरी एवं हिंदी के कवि स्वर्गीय शिव प्रसाद किरण की स्मृति में समारोह तथा कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. यह आयोजन प्रगतिशील लेखक संघ […]
भोजपुरी कवि शिव प्रसाद किरण की स्मृति में समारोह और कवि सम्मेलन आयोजित
वक्ताओं ने बताया भोजपुरी
का प्रथम गजलकार
बेतिया : महाराजा पुस्तकालय के नेपाली कक्ष में रविवार को भोजपुरी एवं हिंदी के कवि स्वर्गीय शिव प्रसाद किरण की स्मृति में समारोह तथा कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. यह आयोजन प्रगतिशील लेखक संघ के तत्वावधान में किया गया.
अध्यक्षता वरीय साहित्यकार डाॅ गोरख मस्ताना एवं संचालन पलेसं के अध्यक्ष किशोरी लाल अंशुमाली ने किया. जलेस के महासचिव अनिल कुमार अनल ने किरण व्याख्यानमाला प्रारंभ करते हुए कहा कि वे भोजपुरी के प्रथम गजलकार थे और जूता मरम्मत कर अपना जीवन यापन किया तथा भोजपुरी के रचनाओं का जनजन के लिए सृजन किया.
गणितज्ञ डाॅ शोभालाल नमित ने कहा कि जरूरत है कि उनकी कृतियों का अधिक प्रसार हो. जलेस के संरक्षक राजीव रंजन झा ने उनकी रचनाओं में दलितों और शोषितों के दर्द की अभिव्यक्ति बतायी. डाॅ जफर इमाम जफर ने उन्हें सहज बताया. किरण स्मारक समिति के अध्यक्ष जीवनलाल अंबेडकर ने कवि की प्रतिमा और स्मारक निर्माण कार्य की प्रगति पर प्रकाश डाला. अध्यक्षता करते हुए डा. गोरख मस्ताना ने उनकी रचनाओं को पुस्तक का रूप देने पर बल दिया
. रामसूरत राउत और अबुल कलाम जौहरी ने भी विचार रखे.
कवि सम्मेलन में अरूण गोपाल, जगतभूषण राज, प्रीतम बावरा, जगमोहन कुमार, मनोज मधुकर, नागेश्वर दत्त तिवारी, पुरूषोत्तम प्रसाद, रवींद्र रवि, सुरेश सरस, यादवेंदु मोहन, अनिरूद्ध चंचल, दीनानाथ द्विवेदी दीन ने रचनाएं पढ़ी. धन्यवाद ज्ञापन संयोजक अनिल पटेल ने किया.