वित्तरहित शिक्षकों का नंग-धड़ंग प्रदर्शन

मूल्याकंन का बहिष्कार . सरकार के खिलाफ की नारेबाजी, मांगें माने जाने तक जारी रहेगा आंदोलन बेतिया : समान काम, समान वेतन के मुद्दे पर विगत 21 दिनों से इंटर उतर पुस्तिका मूल्याकंन कार्य का वहिष्कार कर धरना पर डटे वित्तरहित शिक्षकों ने मंगलवार को नंग -धड़ंग प्रर्दशन कर सरकार विरोधी नारे लगाये. राज इंटर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 5, 2017 5:23 AM

मूल्याकंन का बहिष्कार . सरकार के खिलाफ की नारेबाजी, मांगें माने जाने तक जारी रहेगा आंदोलन

बेतिया : समान काम, समान वेतन के मुद्दे पर विगत 21 दिनों से इंटर उतर पुस्तिका मूल्याकंन कार्य का वहिष्कार कर धरना पर डटे वित्तरहित शिक्षकों ने मंगलवार को नंग -धड़ंग प्रर्दशन कर सरकार विरोधी नारे लगाये. राज इंटर काॅलेज के मुख्य द्वार के समीप धरना पर डटे वित्तरहित संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में शिक्षकों ने नंग –
धड़ंग प्रर्दशन करते हुए सरकार पर अब दबाब की राजनीति करने का आरोप लगाया. प्रर्दशनकारियों वित्तरहित शिक्षक को संबोधित करते हुए प़ चंपारण वितरहित संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष प्रो़ परवेजआलम व संरक्षक सुनील कुमार राव ने कहा कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आंनद किशोर की ओर से 3 अप्रैल को एक पत्र निर्गत किया गया है. पत्र से यह स्पष्ट हो रहा है कि सरकार द्वारा अपने दमानात्मक नीति के तहत वित्तरहित शिक्षकों के आंदोलन को दबाने का कुचक्र रचा गया है.
उन्होंने कहा कि हमारी मांग पूर्ति के बजाय हमारे आंदोलन को दबाने के लिए वित्तरहित कर्मियों को धमकाया जा रहा है कि मूल्याकंन अगर शुरु नहीं किया गया, तो अनुदान रोक दिया जायेगा. इस निरंकुश और दमनकारी सरकार से हम उम्मीद भी क्या कर सकते है. आज छात्रों के भविष्य का हवाला दिया जा रहा है. जबकि यह जगजाहिर है कि छात्रों का ख्याल हम वित्तरहित विगत 34 वर्षों से करते आ रहे है. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि सरकार ने छात्र हित में जो काम किया,
वह मेरिट घोटाला व बीएसएससी घोटाला के रुप में सामने है. उन्होंने वित्तरहित शिक्षकों को किसी भी बहकावे से दूर रहने का आहृवान करते हुए कहा कि हमारा आंदोलन अनवरत तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार हमारी मांगों को मान नहीं लेती. धरना को प्रो़ सुमन कुमार मिश्र, प्रो़ मारकण्डेय किशोर राय, प्रो़ डा़ बीएन झा, प्रो़ शंभु आलोक, प्रो़ अवधि बिहारी ठाकुर, जफर इमाम, अशोक कुमार सिह, शशिभूषण श्रीवास्तव, म़ कमरुज्जमा, प्रो़ उमेश चंद्र प्रसाद, भरत दूबे, कौशलेंद्र तिवारी आदि ने भी संबोधित किया.

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