तीन साल जेल की सजा काटे थे मोजीबुर्ररहमान

मझौलिया : पंचायत मुख्यालय के मझौलिया गांव के मस्जिद के समीप के रहने वाले स्वतंत्रता सेनानी मोजीबुर्रहमान आजादी की लड़ाई में महात्मा गांधी के साथ आंदोलन में 3 वर्ष का कठोर कारावास की सजा पर गये थे. उनकी मृत्यु 30 जून 1993 को रेल दुर्घटना में हो गई थी. आजादी के बाद से अपनी मृत्यु […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 18, 2017 6:05 AM

मझौलिया : पंचायत मुख्यालय के मझौलिया गांव के मस्जिद के समीप के रहने वाले स्वतंत्रता सेनानी मोजीबुर्रहमान आजादी की लड़ाई में महात्मा गांधी के साथ आंदोलन में 3 वर्ष का कठोर कारावास की सजा पर गये थे. उनकी मृत्यु 30 जून 1993 को रेल दुर्घटना में हो गई थी. आजादी के बाद से अपनी मृत्यु काल तक समाज सेवा से जुड़े रहे हैं. 22 वर्षों तक लगातार अपने उत्कृष्ठ कार्यों और व्यवहार के चलते मझौलिया पंचायत के मुखिया रहे. ग्रामीणों की माने तो वह हमेशा अपने जेब में मुखिया का मुहर बैग लेकर घूमते रहते थे. जिससे वह काफी लोकप्रिय रहे. उनकी मृत्यु के उपरांत आशिया खातून 80 वर्ष सम्मानित की गई.

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