इवेंट मैनेजमेंट की राजनीति कर रही राज्य की सरकार
बेतिया : भाकपा माले ने कहा है कि गांधी के सत्याग्रह का सम्मान नीतीश कुमार को करनी चाहिए. लेकिन वे चंपारण सत्याग्रह के शताब्दी वर्ष समारोह के नाम पर केवल ढकोसला करने में लगे हुए है. भाकपा माले नेता वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा है कि भाकपा माले द्वारा चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष के कार्यक्रमों […]
बेतिया : भाकपा माले ने कहा है कि गांधी के सत्याग्रह का सम्मान नीतीश कुमार को करनी चाहिए. लेकिन वे चंपारण सत्याग्रह के शताब्दी वर्ष समारोह के नाम पर केवल ढकोसला करने में लगे हुए है.
भाकपा माले नेता वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा है कि भाकपा माले द्वारा चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष के कार्यक्रमों में 21 एवं 22 अप्रैल को भूमि अधिकार सत्याग्रह व भूख हड़ताल का कार्यक्रम आयोजित किया गया है. 22 अप्रैल को गांधी जी बेतिया पहुंचे थे.
श्री गुप्ता ने कहा कि चंपारण में एक ओर भूमिहीन परचा लेकर बासभूमि का संकट झेल रहे हैं. नीतीश सरकार के गठित भूमि आयोग ने भी चंपारण में जमींदारों द्वारा भूमि चोरीकीबात को स्वीकार किया है.
और प्रतिवेदित है कि इस भूमि का बंटवारा गरीबो में होना चाहिए. लेकिन नीतीश सरकार चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष पर शराबबंदी पर्यटन आदि के नाम पर इवेंट मैनेजमेंट की राजनीति कर रही है. और भूमि सुधार से भाग रही है. उसी तरह मोदी सरकार खेती में घाट कम करने, कृषि करने कृषि को लाभकारी बनाने के बदले बार बार भूमि अधिग्रहण कानून बनाने की.
22 को सत्याग्रह
भाकपा माले ने चंपारण सत्याग्रह के अधूरे लक्ष्य भूमि सुधार को हासिल करने के लिए भूमि अधिकार सत्याग्रह और भूख हड़ताल का आयोजन किया है. जिसमें भाकपा माले के पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा, पूर्व सांसद रामेश्वर प्रसाद, विधायक सुदामा प्रसाद, समेत अन्य नेता शामिल लेंगे. वहीं 22 अप्रैल को सत्याग्रह व भूख हड़ताल को भाकपा माले राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य संबोधित करेंगे.