तूफान. आंधी-पानी ने जम कर मचायी तबाही, जनजीवन अस्त-व्यस्त
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20 घंटे से जिले में बिजली हुई गुल
तूफान. आंधी-पानी ने जम कर मचायी तबाही, जनजीवन अस्त-व्यस्त परेशानी कई इलाकों में तेज हवा के झोंके से उखड़ गये पेड़ व गिरे छप्पर दर्जनों बिजली पोल भी क्षतिग्रस्त होने से बिजली व्यवस्था चरमराई बेतिया : जिले में आंधी ने भारी तबाही मचायी है कई जगहों पर पेड़ उखड़ गये हैं, तो कई जगह 11 […]
परेशानी
कई इलाकों में तेज हवा के झोंके
से उखड़ गये पेड़ व गिरे छप्पर
दर्जनों बिजली पोल भी क्षतिग्रस्त होने से बिजली व्यवस्था चरमराई
बेतिया : जिले में आंधी ने भारी तबाही मचायी है कई जगहों पर पेड़ उखड़ गये हैं, तो कई जगह 11 हजार केवीए का बिजली तार टूट गया, जिसके कारण रविवार की रात में कटी बिजली सोमवार की शाम तक ठीक नहीं हो सकी. विद्युत विभाग के अभियंत्रण कर्मियों एवं तकनीकि कर्मियों ने कड़ मेहनत के बाद बिजली सप्लाई आंरभ करवाने में सफलता प्राप्त कर ली. इस दौरान आफिसर्स कालोनी के समीप एमजेके कालेज परिसर में लगा एक विशाल पेड़ 11 हजार के सप्लाई तार पर गिर गया. जिससे चार पोल उखंड गये. जिसे ठीक करवाने का प्रयास किया जा रहा है. लेकिन देर शाम तक ठीक नहीं हो पाया.
शहर के फ्यूज कॉलसेंटर से मिली जानकारी के अनुसार पता चला कि गोपालगंज सुपर पावर ग्रिड से जिले में विद्युत आपुर्ति के लिएआनेवाली 1 लाख 32 हजार मेगा वाट की लाईन में अचानक आयी आंधी पानी के कारण तकनीकी खराबी आ जाने के कारण विद्यत आपूर्ति ठप गयी. विद्यूतआपूर्ति सुचारु रुप से बहाल करने के लिए युद्घ स्तर पर मरम्मति कार्य हो रहे है. वहीं कार्यपालक अभियंता कुमार प्रशांत ने बताया कि आंधी में पूरे जिले में बिजली के दर्जनों पोल क्षतिग्रस्त हो गये हैं. ट्रांसफार्मर में भी खराबी आ गयी है. इसे ठीक कराया जा रहा है. हालांकि रात के एक बजे कटी बिजली सोमवार की देर शाम छह बजे तक नहीं आ सकी. इसको लेकर लोग काफी परेशान दिखे. एक तो उमस भरी गरमी और ऊपर से बिजली कटौती ने लोगों को रूला दिया.
इधर, आइसीयू में पानी-उधर, आफिसर्स कॉलोनी में गिरा पेड़
बेतिया: आंधी-पानी ने एक तरफ जहां शहरवासियों को परेशानी में डाल दिया. वहीं इससे अफसर व मरीज भी अचूते नहीं रहे. शहर के आफिसर्स कालोनी के समीप पेड़ गिरने से दिन के करीब नौ बजे तक आवागमन बाधित रहा. बेतिया से अरेराज की ओर जाने वाले वाहन सागर पोखरा होकर जा रहे थे. वहीं एमजेके हॉस्पिटल के आइसीयू में पानी का रिसाव होने से यहां पानी पसर गया.
आंधी-पानी से फसलों को हुई क्षति
नौतन. रविवार की मध्य रात्रि अचानक आयी तेज आंधीपानी से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया. तैयार गेहूं फसलोको भारी नुकसान पहंुचा है. हालाकि आंधी पानी से जानमाल का नुकसाननही हुआ है. परंतु किसानों के तैयार गेहूं नष्ट हो गये है.पानी से मक्का और गन्ना फसल को लाभ मिला है.
मैनाटांड़ में दर्जनों मकान गिरे, किसानों को भारी क्षति : मैनाटांड: एक के बाद एक लगातार तीन बार आंधी पानी आने से किसान पूरी तरह बर्बाद हो गये है. आंधी पानी ने प्रखंड क्षेत्र में काफी तबाही मचायी है. आंधी तुफान के दौरान दर्जनाधिक घर गिर गये एवं एस्बेंस्टस उड़ गये. कच्चे मकान एवं झोपड़ियों के भी गिरने की सूचना मिली है.
कई जगहों पर विशाल पेड़ गिर गये. जिससे यातायात भी अवरूद्ध रहा. ग्रामीण क्षेत्रों में आंधी-पानी का असर देखा गया. प्रखंड के रामनगरी गांव में रमेश कुशवाहा, मनोहर महतो, मरछिया, दिनेश पासवान, राजेश महतो, रामाधार यादव शंभु यादव, दुखी यादव, विनोद पासवान, सुखलही में परशुराम प्रसाद, बाबू राम साह, अशोक प्रसाद, जयचंद पटेल, नंद पटेल का झोपड़ी गिर गया. वहीं पूर्व मुखिया मतिचंद प्रसाद, हरिचरण पटेल, रमपुरवा में रामाशीष यादव सहित दर्जन से अधिक लोगो के पेड़ गिर गये. वहीं शरणार्थी की जिंदगी जी रहे रामनगरी गांव के अग्निपीड़ितों का हाल बुरा रहा.
खुले आसमान में अपने बच्चों के साथ सो रहे परशुराम कुशवाहा, धनीलाल राम, शिवकुमार राय, संगीता देवी आदि आंधी पानी में सर छुपाने के लिए भाग दौड़ करते रहे. इनके छोटे छोटे बचचों क बुरा हाल था. आंधी तुफान के कारण बचे खुचे गेहूं की फसल को भी जबरदस्त नुकसान पहुंचा है. प्रकृति की मार से किसान पूरी तरह टूट चुके है.
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