गौनाहा (पचं):बिहार के पश्चिमचंपारणमें बेतिया के गौनाहा प्रखंड के मुरलीभरहवा गांव में आयोजित चंपारण सत्याग्रह स्मृति समारोह का आज मुख्यमंत्रीनीतीश कुमार ने उद्घाटन किया.इसअवसरपर मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हम सभी को गांधी जी के विचारों को अपनाने की जरूरत है. सौ साल पहले चंपारण से जिस सत्याग्रह की शुरुआत हुई, उस विचारधारा से हमें नयी पीढ़ी को अवगत कराना है. इसके लिए पूरे साल गांधी के जीवन पर आधारित कार्यक्रम होंगे. उन्होंने कहा कि बापू तेरे द्वार कार्यक्रम के तहत इस साल राज्य के सभी घरों तक दस्तक देकर उनके विचार पहुंचाये जायेंगे.
सीएम नीतीश ने कहा कि 15 से 20फीसदी नयी पीढ़ी ने भी यदि गांधी के विचारों काे अपना लिया, तो नि:संदेह अामूल-चूल परिवर्तन होगा. यह बड़ी उपलब्धि होगी. इसके पूर्व उन्होंने पंडित राजकुमार शुक्ल की जीवनी पर आधारित लघु नाटिका पंडित शुक्ल का भगीरथ प्रयास के मंचन को देखा. राजकुमार शुक्ल की धरती को नमन कर अपने संबोधन की शुरुआत की. मुख्यमंत्री ने कहा कि आज ही के दिन सौ साल पहले बापू मुरलीभरहवा गांव राजकुमार शुक्ल जी बुलावे पर पहुंचे थे. यह हमारा सौभाग्य है कि पूरे सौ साल बाद हम यहां मौजूद हैं.
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सीएम नीतीश ने कहा कि आज समाज में जो कलह, कटुता, असहिष्णुता का माहौल है, उसे दूर करने के लिए गांधी के विचार होना बेहद जरूरी है. गांधी जी नशामुक्ति की बात करते थे, आज बिहार में पूर्ण रूप से शराबबंदी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधी जी स्वच्छता प्रेमी थे. वह जहां भी पहुंचे, वहां स्वच्छता का संदेश दिया. उनके इस विचार से प्रेरित होकर सरकार चंपारण को इस साल के अंत तक खुले में शौच से मुक्त करने की दिशा में बढ़ रही है. सात निश्चय के तहत हर घर शौचालय, हर घर मुफ्त बिजली का कनेक्शन, हर गली नाली सड़क बनेगी. इसमें पंडित राजकुमार शुक्ल के गांव मुरलीभरहवा को प्राथमिकता दी जायेगी.