संवाददाता
बेतिया (पश्चिमी चंपारण) : उत्तर बिहार के चर्चित अपराधी बबलू दूबे की गोली मार हत्या कर दी गयी है. उसकी हत्या उस वक्त हुई, जब उसे एक मामले में पेशी के लिए बेतिया सिविल कोर्ट लाया गया था. इसी दौरान कोर्ट परिसर में दाखिल हुए हथियारबंद अपराधियों ने ताबड़तोड़ उसपर पांच गोलियां बरसा दीं और असलहा लहराते हुए बस स्टैंड की ओर से फरार हो गये. इधर, गोली की आवाज सुनते ही कोर्ट परिसर में अफरा-तफरी मच गयी.
कोर्ट में पेशी पर लाया गया था
जिला जज अभिमन्यु लाल श्रीवास्तव, डीएम लोकेश कुमार सिंह, एसपी विनय कुमार ने मौके पर पहुंच मामले का जायजा लिया. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. जानकारी के अनुसार, बबलू दूबे पर हत्या व अपहरण के दर्जनों मामले दर्ज हैं. गुरुवार को बेतिया कोर्ट में चल रहे दो मामलों में उसे पेशी के लिए लाया गया था. जहां प्रथम न्यायिक दंडाधिकारी कुमुद रंजन की कोर्ट में पेशी के बाद पुलिस ने उसे जैसे ही बाहर निकाला, वैसे ही अपराधियों ने उस पर फायरिंग शुरू कर दी. ताबड़तोड़ पांच फायर किये गये. इससे बबलू दूबे पुलिस अभिरक्षा में ही लहुलूहान होकर गिर पड़ा.
अपराधी मौके से फरार
पुलिस कर्मी जब तक संभलते तब तक सभी अपराधी फरार हो गये. गोली लगने की सूचना पूरे जिले में फैल गयी. मंगलपुर-गोपालगंज पुल निर्माण कंपनी के दो कर्मी की हत्या के बाद बबलू दूबे जिले में चर्चित हुआ था. इसकेअलावा मझौलिया के अहवरशेख के मुखिया जवाहिर साह की हत्या में भी बबलू दूबे शामिल था.
बबलू पर दर्जनों हत्या के मामले है दर्ज
मोतिहारी के दर्जनों हत्या के मामले उस पर दर्ज है. नेपाल के प्रसिद्ध व्यवसायी सुरेश केडिया के अपहरण में भी बबलू दूबे शामिल था. इसके संग ही आजाद हिंद फौज लिबरेशन फ्रंट व अन्य नक्सली संगठनों से भी उसकी साठगांठ थी. एसपी विनय कुमार ने बताया कि बबलू दूबे को पेशी के लिए लाया गया था. इसी दौरान उसकी हत्या पिस्टल की गोली से हुई है. बबलू दूबे की सुरक्षा में तैनात जवानों ने अपराधियों का पीछा किया, लेकिन अफरा-तफरी मचने से वे भागने में कामयाब रहे. हालांकि इसको लेकर जिले के सभी थानों को अलर्ट कर दिया गया है.