बेतिया : नरकटियागंज एसडीएम चंदन चौहान को टेलीफोन पर कथित अभद्र भाषा का प्रयोग कर एक बार फिर सुर्खियों में आये गौनाहा रेफरल अस्पताल के प्रभारी डाॅ कमरुज्जमा का विवादों से चोली दामन का संबंध है. इसके पूर्व भी वे कई बार विवादों के घेरे में रह चुके है. पहली बार डाॅ कमरुज्जमा उससमय चर्चा में आये थे. जब उन्हें तत्कालीन एसपी एमआर नायक के निर्देश पर बेतिया मुफस्सिल पुलिस ने एक जख्मी नेपाली माओवादी का चोरी छिपे इलाज करने के आरोप में गिरफ्तार कर जेलभेजा गया था. हालांकि इस मामले में वे बाद में जमानत पर मुक्त हो गये. उस समय ये सरकारी सेवा में कार्यरत भी नहीं थे.
बीच- बीच में इनपर प्रशासनिक गाज भी गिरती रही. प्रमाण पत्रों एवं निबंधन की जांच के दायरे में भीये कई बार आये. बाद में इनका संविदा के आधार पर स्वास्थ्य विभाग में पदस्थापन हुआ और कालांतर में ये गौनाहा रेफरल अस्पताल के प्रभारी बना दिये गये. गौनाहा में इनका पदस्थापन होते हीं पुन: ये विवादों में आने लगे. सबसे पहले इनके विरुद्ध अस्पताल में कार्यरत ममता, आशा कार्यकर्ताओं के साथ ही एएनएम ने गोलबंदी करते हुए मोर्चा खोल दिया था. प्रशासनिक पहल पर यह मामला सुलझाया गया. वहीं बाद में कुछ ही महीनों पूर्व गौनाहा में कार्यरत एक एएनएम ने विषपान कर अपनी जान देने का प्रयास किया. जिसमें आरोप लगा था कि डाॅ कमरुज्जमा के प्रताड़ना से तंग आकर हीं उसने आत्महत्या का प्रयास किया था. इधर नरकटियागंज के अनुमंडल पदाधिकारी चंदन चौहान द्वारा अस्पताल का निरीक्षण कर हाजरी काटने के बाद उनपर दुर्व्यवहार का आरोप लगा है.