Bihar boat accident: बिहार में इन दिनों बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ा हुआ है. जिस कारण आए दिन नाव हादसे भी सामने आ रहे हैं. ऐसे में पश्चिम चंपारण के बगहा गंडक नदी में नाव पलटने की सूचना मिली है. जिसमें सवार सभी 6 लोगों को स्थानीय लोगों की मदद से बचा लिया गया है.
खेतों में काम करने किसान जा रहे थे दियारा
घटना चंदरपुर के पास की बताई जा रही है. जिसमे सवार सभी लोग गंडक पार कर रहे थे.चर्चा है कि नाव पर सवार होकर किसान दियारा खेतों में काम करने जा रहे थे. तभी दुसरे किनारे पर अचानक नाव पलट गई. बताया जा रहा है कि नाव में 6 लोग सवार थे जिनमें से एक महिला भी थी.
बीच धारा में नाव में भर गया था पानी
ग्रामीणों के अनुसार नाव पर सवार सभी लोग स्थानीय थाना क्षेत्र के ही निवासी है. जो कृषि एवं अन्य कार्य को लेकर छोटी नाव से गंडक पार कर रहे थे. वही गंडक नदी में उफान एवं तेज रफ्तार में चल रही हवा के कारण जब नाव नदी के बीचों बीच धारा में गयी तो नाव में पानी भरने लगा. वही नाव पर सवार सभी लोग चीख पुकार करने लगे. जहां देखते ही देखते नाव पलट गयी.
स्थानीय लोगों की मदद से सभी को बचा लिया गया
वही नाव पर सवार सभी लोग नदी के तेज धारा में बहते हुए निचले इलाके में जा पहुंचे. नाव पर सवार लोगों की चीख पुकार सुनने के बाद गंडक नदी के किनारे अन्य नाविकों एवं आस पास के दियारा क्षेत्र में काम करने वाले लोगों द्वारा अन्य बड़ी नाव एवं पास के अन्य घाट पर मौजूद मोटर युक्त नाव को मंगवाकर किसी तरह डूबते हुए लोगों को कड़ी मेहनत के बाद बचा लिया गया.
प्रशासन ने लोगों से शांति एवं धैर्य बनाए रखने की अपील
प्रशासन ने लोगों से शांति एवं धैर्य बनाए रखने की अपील की है. पुलिस के जवानों के साथ अधिकारी भी मौके पर पहुँच गए हैं.मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष राकेश कुमार ने स्थानीय लोगों सहित नाविकों से घटना की जानकारी लिया. थानाध्यक्ष ने बताया कि चंद्रपुर घाट का संचालक लालसा यादव द्वारा जानकारी दी गयी कि नाव पर छह लोग सवार थे. सभी लोगों को सुरक्षित नदी से बाहर निकाल लिया गया है.
गंडक नदी में नाव चलाने पर है रोक
गंडक नदी का जलस्तर कम हो रहा है. लेकिन यह अभी भी नाव चलाने के लिए सुरक्षित नही है. नदी का जलस्तर बढ़ने पर जुलाई में अधिकारियों ने गंडक नदी पर नाव चलाने पर रोक लगा दी थी. अधिकारियों की सहमति से बड़ी नाव चलाई जा सकती थी. इसके बावजूद भी गंडक नदी में नाव चल रही हैं. यही वजह है कि नदी में हादसे भी हो रहे हैं.