Bihar Flood: गंडक में प्रलयकारी बाढ़ से 7.50 हजार हेक्टेयर फसल प्रभावित, इस फसल को हुआ सर्वाधिक नुकसान

Bihar Flood: बगहा अनुमंडल के सातों प्रखंडों में करीब 7.50 हजार हेक्टेयर में लगी धान की फसल बाढ़ के कारण प्रभावित हुई हैं . हालांकि अभी भी सैकड़ो एकड़ फसलों में जल जमाव की स्थिति बनी हुई है जिससे क्षति का सही आकलन नहीं हो पाया है.

By Paritosh Shahi | October 1, 2024 5:18 PM

Bihar Flood, चंद्रप्रकाश आर्य, बगहा. नेपाल की तराई क्षेत्रों में हुई लगातार बारिश से गंडक बराज से लगभग 6 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से गंडक नदी में प्रलय कारी बाढ़ के कारण फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है . बगहा अनुमंडल के सातों प्रखंडों में करीब 7.50 हजार हेक्टेयर में लगी धान की फसल बाढ़ के कारण प्रभावित हुई हैं . हालांकि अभी भी सैकड़ो एकड़ फसलों में जल जमाव की स्थिति बनी हुई है जिससे क्षति का सही आकलन नहीं हो पाया है . जल जमाव हटाने के बाद फसल क्षति का सही आकलन हो पाएगा .बगहा अनुमंडल कृषि पदाधिकारी अभय कुमार ने बताया कि बिगत दिनों आई प्रलयंकारी बाढ़ के कारण धान,मक्का,गन्ना एवं साग सब्जी आदि फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है .

धान और गन्ने को सबसे ज्यादा नुकसान

सबसे अधिक नुकसान धान व गन्ने की फसलों को हुई हैं. उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से प्रारंभिक तौर पर फसल क्षति का को अनुमान लगाया गया है . इस अनुमान के तहत बगहा अनुमंडल के विभिन्न प्रखंडों में करीब साढे 7.50 हजार हेक्टेयर में लगी धान की फसले बाढ़ के कारण प्रभावित हुई है . उन्होंने बताया कि गन्ना क्षति का सर्वे अभी नहीं हो पाया है . इसको लेकर कर्मियों को निर्देशित किया गया है . उन्होंने बताया कि सबसे अधिक प्रखंड में फसले बगहा एक प्रखंड प्रभावित हुई है .बगहा एक प्रखंड में 4.50 हजार हेक्टेयर में लगी धान की फसल प्रभावित हुई है तो बगहा दो में लगभग 1000 हेक्टेयर में लगी धान की फसल बाढ़ के कारण प्रभावित हुई है .

Bihar flood: गंडक में प्रलयकारी बाढ़ से 7. 50 हजार हेक्टेयर फसल प्रभावित, इस फसल को हुआ सर्वाधिक नुकसान 2

क्षति का आंकड़ा प्रारंभिक

गंडक पार के भितहा में 609 हेक्टेयर,ठकरहा में 721 हेक्टेयर ,पिपरासी में साढे आठ सौ हेक्टेयर में लगी धान की फसल बाढ़ के कारण प्रभावित हुई है. अनुमंडल कृषि पदाधिकारी ने बताया कि फसल क्षति का यह आंकड़ा प्रारंभिक है . इसके क्षेत्रफल में और अधिक वृद्धि हो सकती है . कारण कि अभी भी अनुमंडल के विभिन्न प्रखंडों में के सैकड़ो हेक्टेयर खेतों में जल जमाव की स्थिति बनी हुई है . जिस कारण फसल क्षति का सही तरीके से आकलन नहीं हो पाया है . उन्होंने बताया कि इसके अलावा गन्ना की फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचा है.

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