Bihar News: भारत-नेपाल बॉर्डर को पार कर टाइगर रिजर्व में फिर पहुंचा नेपाली हाथियों का झुंड, वाल्मीकिनगर व गोनौली मचाया उत्पात
Bihar News: गोनौली वन क्षेत्र मार्ग के प्रवेश द्वार पर वन विभाग द्वारा लगाए गए दो बोर्ड के साथ गोनौली नाका के प्रवेश मार्ग को भी हाथियों द्वारा क्षतिग्रस्त किया गया है.
Bihar News: बिहार के पश्चिम चंपारण में फिर एक बार हाथियों का झुंड उत्पात मचाया है. बगहा स्थिति वीटीआर वन प्रमंडल दो के वाल्मीकिनगर व गोनौली वन क्षेत्र में इन दिनों पड़ोसी देश नेपाल के चितवन राष्ट्रीय निकुंज से भटके हाथियों का झुंड अपनी उपस्थिति फिर से दर्ज करा रहा है. इसी क्रम में वाल्मीकि आश्रम स्थित एसएसबी कैंप के निकट देवनारायण रौनियार की चलंत ठेला को भी हाथियों ने तोड़-फोड़ किया है. वहीं शुक्रवार की अहले सुबह जटाशंकर मंदिर के पीछे भी हाथी की चहलकदमी दर्ज की गयी है.
गोनौली नाका के प्रवेश मार्ग को भी हाथियों ने किया क्षतिग्रस्त
जटाशंकर मंदिर के निकट गोनौली वन क्षेत्र मार्ग के प्रवेश द्वार पर वन विभाग द्वारा लगाए गए दो बोर्ड के साथ गोनौली नाका के प्रवेश मार्ग को भी हाथियों द्वारा क्षतिग्रस्त किया गया है. आशंका जताई जा रही है कि नेपाली हाथी बरवा माथी, काला पानी क्षेत्र होते हुए कक्ष संख्या टी-3 गोनौली वन क्षेत्र की ओर कूच कर गए हैं. हालांकि इस वाल्मीकिनगर वन क्षेत्र पदाधिकारी राजकुमार पासवान ने हाथियों की निश्चित संख्या के बाबत कुछ भी बताने से गुरेज किया. उन्होंने बताया कि वन कर्मियों द्वारा हाथियों के पग मार्क के सहारे उनकी मॉनिटरिंग की जा रही है.
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घटना के बाद वन विभाग अलर्ट
वहीं विशेष सतर्कता बरतते हुए टाइगर रिजर्व के हाथियों को सुरक्षा के दृष्टिकोण से गोनौली वन क्षेत्र में शिफ्ट कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि अमूमन हाथियों का झुंड टाइगर रिजर्व में विचरण के बाद नेपाली क्षेत्र में वापसी कर लेता है. किंतु कभी-कभार इनका रुख रिहायशी क्षेत्र की तरफ होने पर तबाही और नुकसान की आशंका अत्यंत प्रबल हो जाती है. वन कर्मियों की टीम हाथियों की मॉनिटरिंग में जुटी है. वन विभाग के अधिकारी वस्तु स्थिति पर अपनी नजर बनाए हुए हैं. वहीं सुरक्षा के दृष्टिकोण से वन विभाग द्वारा आम लोगों को वन क्षेत्र के अंदर नहीं जाने की अपील की गयी है.