फिर टूटा गोपी खांड नदी का तटबंध, लगभग 250 घर डूबे
पश्चिमी चंपारण जिले के मझौलिया पंचायत स्थित वार्ड नंबर 9 हरि पकड़ी नवका टोला पर बाढ़ का कहर टूट पड़ा है. लगभग 250 घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. सड़कों पर पानी बहने से यातायात संकट में पड़ गया है. इसको लेकर ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर आक्रोश जताया.
पश्चिमी चंपारण जिले के मझौलिया पंचायत स्थित वार्ड नंबर 9 हरि पकड़ी नवका टोला पर बाढ़ का कहर टूट पड़ा है. लगभग 250 घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. सड़कों पर पानी बहने से यातायात संकट में पड़ गया है. इसको लेकर ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर आक्रोश जताया. मुखिया अनिल कुमार बैठा ने बताया कि गोपी खाड नदी का बांध टूट गया था. जिसके कारण बाढ़ का पानी तेज गति से घरों में प्रवेश कर गया. फसल भी नष्ट हो गए हैं. ग्रामीणों के अथक प्रयास से टूटे बांध को बांधा गया. रावीश गिराकर मरम्मत की गई. लेकिन बांध दूसरी जगह फिर टूट गया. जिससे कोहराम मच गया. घरों में पानी घुसने से लोगों में त्राहिमाम सा मच गया है. लोगों के समक्ष भोजन और जल की विकट समस्या उत्पन्न हो गई है. बताते हैं कि लोगों में प्रशासन के प्रति तीव्र आक्रोश है.
प्रशासन के खिलाफ लोगों में आक्रोश
उनका आरोप है कि सूचना मिलने के बावजूद भी प्रशासन और जनप्रतिनिधि आज तक खोज खबर लेने नहीं पहुंचे हैं. बाढ़ के पानी ने भारी तबाही मचाई है. सैकड़ों लोग दिन रात बांध की सुरक्षा और देखरेख कर रहे हैं. मझौलिया अंचल के माधोपुर सेनवरिया को छोड़कर सभी पंचायत बाढ़ से प्रभावित हैं. जहां फसल व जनजीवन पर असर पड़ा है. लेकिन तिरूआह क्षेत्र के नौ पंचायतों में इसका व्यापक प्रभाव है. जहां नौ पंचायतों के लोग अपने प्रखंड मुख्यालय से कटे हुए हैं. यहां आवागमन बाधित है. जबकि अन्य पंचायतों में आवागमन सामान्य है. विधायक ने किया मझौलिया प्रखंड के बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा
डुमरिया पुल पर तीसरे दिन भी आवाजाही ठप
डुमरियाघाट. गंडक नदी में आयी बाढ़ से क्षतिग्रस्त डुमरिया पुल की मरम्मत कार्य तीसरे दिन भी पूरा नहीं हो पाया है, जिससे पुल से गाड़ियों का परिचालन अभी भी ठप है. हालांकि एनएचएआई की टीम युद्धस्तर पर कार्य कर रही है. कटाव रोक सड़क मरम्मत करने के लिए रामकृपाल कंस्ट्रक्शन कंपनी के वर्कर जी जान से मेहनत कर रहे हैं. कटाव के पास लोहे की जाली में पथर के बोल्डर, सीमेंट बालू का मिश्रण पैकेट समेत कंक्रीट डाल साथ मे नीचे से मिट्टी भराई का कार्य कर रहे हैं, लेकिन पानी की तेज धार के कारण कार्य में विलंब हो रहा है.
posted by ashish jha