बेतिया : चनपटिया-नरकटियागंज मुख्यमार्ग के सिकरहना नदी पर रोडवेज और रेलवे पुल के बीचोबीच शहर के लाइफलाइन डैमेज बांध का निर्माण नहीं होने से लोगों में आक्रोश है. आम लोगों में इस बांध के टूटने की आशंका है. उनका कहना है कि इस बांध के कमजोर होने से स्थानीय बाजार पर बाढ़ का खतरा बना हुआ है.
बता दें कि विगत वर्ष 2017 में आए विनाशकारी बाढ़ में यह बांध पूरी तरह डैमेज हो गया था. जैसे-तैसे स्थानीय लोगों व प्रशासन की मदद से जर्जर बांध के ऊपर सैंड बैग रखकर बांध को बचाया गया. तत्कालीन विधायक प्रकाश राय व स्थानीय अधिकारियों ने निरीक्षण कर जर्जर बांध के निर्माण के लिए जनता को आश्वस्त भी किया, लेकिन तब से अब तक इस दिशा में कोई कार्य नहीं हुआ. इतना ही नही 11 जून 2018 को उक्त बांध के निर्माण के लिए संबंधित अधिकारियों व अभियंताओं की टीम ने मापी कर प्राक्कलन भी तैयार किया. लेकिन इस दिशा में कार्रवाई आरंभ नहीं हो सकी. इधर समाजसेवी मनीष कश्यप ने रविवार की शाम डैमेज बांध का निरीक्षण किया. साथ ही डीएम से अविलंब बांध निर्माण कराने की मांग की. उन्होंने कहा कि इस बांध के बन जाने से चनपटिया बाजार में बाढ़ आने के खतरे से पूरी तरह सुरक्षित रहेगा.
भितहा. सीओ शिवेंद्र कुमार ने सोमवार को पीपी तटबंध का निरीक्षण कर गंडक नदी के रूख का हाल जाना. उन्होंने बताया कि सुबह से गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि हो रही है. इसको लेकर तटबंध पर सिंचाई विभाग के अभियंता भी कैंप कर स्थिति पर नजर बनाये हुए है. उन्होंने बताया कि नदी का रूख अभी सामान्य है. फिर भी आस पास के गांवों के लोगो को अलर्ट रहने के लिए अपील किया गया है. उन्होंने बताया कि चंदरपुर से भुईंधरवा तक विभिन्न प्वाइंटों का निरीक्षण किया गया. जहां सभी बिंदुओं पर अभियंताओं से राय ली गयी. उन्होंने बताया कि अभी पीपी तटबंध पूरी तरह सुरक्षित है. निचले इलाके के लोगों को सुरक्षित ऊंचे स्थान पर जाने के लिए पूर्व में ही सूचित किया जा चुका है. लोगों से अपील किया जा चुका है कि अपने परिवार और मवेशियों को लेकर ऊंचे स्थान पर चले जाये. उन्होंने बताया कि अंचल के विभिन्न स्कूलों को भी चिह्नित किया गया है. जहां बाढ़ पीड़ित अपने परिवार के साथ रह सकते हैं.
बेतिया. जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने कहा कि जिले में लगातार हो रही बारिश तथा गंडक एवं अन्य नदियों के जलस्तर में तेजी से हो रही वृद्धि को देखते हुए सभी संबंधित अधिकारियों को सचेत रहने की आवश्यकता है. इसके लिए सभी अधिकारी जिले के सभी तटबंधों पर पैनी नजर बनायें रखें. कहीं से भी रैट होल एवं रेन कट की सूचना प्राप्त होने पर अविलंब उसकी मरम्मत करायें. इस कार्य में किसी भी प्रकार की शिथिलता एवं लापरवाही करने वाले संबंधित व्यक्तियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई तय है. डीएम वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से सभी एसडीएम, बीडीओ, सीओ को आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे थे.
उन्होंने निचले स्थानों पर रहने वाले लोगों को सुरिक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गयी है. उनके द्वारा सभी अधिकारियों को लगातार माइकिंग के द्वारा लोगों को जागरूक एवं प्रेरित करते रहने का निदेश दिया गया है. सभी एसडीएम को बाढ़ सुरक्षात्मक कार्यां का लगातार अनुश्रवण करने के लिए कहा गया है. इस क्रम में एनडीआरएफ की टीम को पूरी तरह अलर्ट होकर अपने कर्तव्यों का निवर्हन करने का निदेश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया. जिलाधिकारी ने एनडीआरएफ की टीम को सभी आवश्यक संसाधनों से हमेशा लैस रहने तथा किसी भी विषम परिस्थिति में जान-माल की सुरक्षा के लिए अलर्ट रहने का निदेश दिया.
posted by ashish jha