बेतिया : समग्र शिक्षण एवं विकास संस्थान के सौजन्य से वैज्ञानिक विधि से पोषण वाटिका (किचेन गार्डन) लगाने के प्रशिक्षण शिविर का आयोजन शनिवार को किया गया. जयप्रकाश नगर (परबतिया टोला) के जेपीकुटिर सभागार में शनिवार को आयोजित शिविर में गौनाहा, लौरिया, नौतन, योगापट्टी और बगहा एक प्रखंड के 20 गांवों के कार्यकर्ता व किसानों की भागीदारी रही.
इन प्रखंडों गठित कुल 187 किसान हितकारी समूह से जुड़े सैकड़ों किसान परिवारों को जैविक खेती के लिये प्रोत्साहित करने तथा रासायनिक उर्वरक व कीटनाशकों के उपयोग अपना कर आधुनिक व वैज्ञानिक विधि से लाभान्वित करने का अभियान शुरू किया गया. प्रशिक्षण शिविर में मुख्य संसाधन व्यक्ति के रूप में रांची के कृषि विशेषज्ञ आशुतोष ने प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया. उन्होंने बताया कि मात्र 20 फुट लंबा व 20 फुट चौड़ा जमीन में ही छह लोगों के लिए सालों भर खाने के लिए पर्याप्त सब्जी व फल की उपज प्राप्त की जा सकती है. उन्होंने कहा कि इतनी सी ही जगह में ही कुल 10 प्रकार की सब्जी और 02 प्रकार का
फल सहजता से उपजाये जा सकते हैं. इस विधि से एक सीजन में 180 से 200 किलो सब्जी आसानी से उपजा सकते हैं. झारखंड से पहुंचे साधनसेवी ने कहा कि एक ओर जहां पोषण वाटिका से पैसा भी बचता है वहीं दूसरी ओर रासायनिक कीटनाशक व जहरीले खाद से भी मुक्ति मिलती है. आयोजक मंडल सदस्य इस्लाम ने बताया कि झारखण्ड व बिहार के हजारों परिवार इस तकनीक को अपना कर पोषण युक्त व जहर से मुक्त भोजन कर रहे हैं और पैसा भी बचत कर रहे हैं.