Valmiki Tiger Reserve: आम के लालच में जंगल से निकलकर रिहायशी इलाकों में घुस रहे भालू, लोगों में दहशत
वाल्मीकि नगर में आम की खुशबू से भालू जंगलों से निकलकर रिहायशी इलाकों में पहुंचने लगे हैं. भालुओं को दूर रखने के लिए रेंजर ने आम के छिलके और अवशेषों को जमीन में गाड़ने की सलाह दी है. आम के बीज से पौधा उगेगा और उससे भालुओं पर रोक लगेगी.
Valmiki Tiger Reserve: बिहार के बगहा स्थित वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (वीटीआर) के जंगलों से लगभग हर दिन जंगली जानवर रिहायशी इलाकों में घूमते नजर आ रहे हैं. खासकर पिछले एक सप्ताह से इन इलाकों में भालुओं का घुसना आम बात हो गई है. जिससे स्थानीय लोगों में डर का माहौल बना हुआ है. जानकारों के मुताबिक भालुओं की सूंघने की शक्ति काफी तेज होती है, जिसकी वजह से वे पके आम की खुशबू पाकर रिहायशी इलाकों में घुस रहे हैं.
भालुओं से अब तक किसी को नहीं पहुंचाया नुकसान
स्थानीय लोगों के अनुसार आम की खुशबू भालुओं को रिहायशी इलाकों की ओर आकर्षित कर रही है. हालांकि, अब तक भालुओं ने किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया है. लेकिन उनके अचानक सामने आने से लोग भयभीत हो रहे हैं. वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना वन प्रमंडल-2 के वाल्मीकिनगर वन क्षेत्र से निकलकर आए भालू लगातार स्टेट बैंक, उप स्वास्थ्य केंद्र, बिसरा गांव, नर देवी स्थान, इको पार्क और वन विभाग के वन सभागार के पास देखे जा रहे हैं.
इंजीनियरों के निवास के पास भी दिखा भालू
हाल ही में, 3 नंबर पहाड़ मुख्य मार्ग पर इको पार्क और अभियंताओं के निवास परिसर में एक भालू देखा गया, जिससे वहां हड़कंप मच गया . स्थानीय लोगों ने शोर मचाकर भालू को भगाने का प्रयास किया, जिसके बाद भालू जंगल की ओर भाग गया.
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रेंजर ने आम के छिलका व अवशेषों को जमीन में गाड़ने की दी सलाह
इस संबंध में पूछे जाने पर वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र के रेंजर राजकुमार पासवान ने बताया कि जंगल के किनारे जंगली जानवर आते-जाते रहते हैं. उन्होंने लोगों को सलाह दी कि अगर कोई जानवर दिखे तो तुरंत वन विभाग को सूचित करें और किसी भी तरह का नुकसान न पहुंचाएं. साथ ही आम के छिलके और गुठली को कूड़े में न फेंके बल्कि जमीन में दबा दें ताकि पौधे उग सकें और भालू आम के लालच में रिहायशी इलाकों में न पहुंच सकें.