पटना. बिहार के मौसम में एक बार फिर उलटफेर होने जा रहा है. राजस्थान में तापमान बढ़ने से बन रहा कम दबाव का क्षेत्र बिहार की तरफ तेजी से बढ़ रहा है. वहीं, बंगाल की खाड़ी से नमीयुक्त पुरवैया भी 24 को बिहार में दस्तक देने जा रही है.
इसके अलावा पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय है. इन मौसमी दशाओं की वजह से बिहार के विशेष रूप से पूर्वी हिस्से में हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं. वहीं, दक्षिणी बिहार के कुछ हिस्सों में आंधी-पानी के साथ ठनका गिरने की भी आशंका है. 24, 25 व 26 फरवरी को बिहार के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान जारी किया गया है.
मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि अभी न फसल काटें और न सिंचाई करें. कीटनाशक का भी छिड़काव नहीं करें. दरअसल, मौसमी दशा से फसल भी प्रभावित हो सकती है.
बिहार के कई शहरों में रात को दिसंबर के महीने जैसी सर्दी महसूस हो रही है. दिसंबर और जनवरी के पहले हफ्ते में राज्य के प्रमुख शहरों का न्यूनतम तापमान सात-नौ डिग्री सेल्सियस से कम शायद ही गया. हालत यह है कि फरवरी के तीसरे हफ्ते में भी रात के वक्त तापमान गिरकर नौ डिग्री तक चला जा रहा है.
बहरहाल प्रदेश में तीन दिनों के बाद पछुआ रुककर पूर्वी हवा चलेगी. इसके प्रभाव से गुरुवार को दक्षिण मध्य बिहार के पटना समेत गया, नालंदा, शेखपुरा व दक्षिण पूर्व बिहार के भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर, खगडिय़ा के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम स्तर के बारिश के आसार हैं.
वहीं, 26 फरवरी के बाद प्रदेश के अधिकतम तापमान में तीन से चार डिग्री की वृद्धि होने से ठंड का असर कम होगा. मौसम विज्ञानी की मानें तो 26 फरवरी को उत्तर पूर्व एवं दक्षिण पूर्व भाग के कुछ जगहों पर मेघ गर्जन व बिजली चमकने के आसार हैं. इसके बाद से मौसम का मिजाज में बदलाव होगा.
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9.4 डिग्री सेल्सियस के साथ सीतामढ़ी प्रदेश का सबसे ठंडा शहर
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27.8 डिग्री सेल्सियस के साथ डेहरी का प्रदेश का सबसे गर्म
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11.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया पटना का न्यूनतम तापमान