पटना. जदयू संगठन में बहुत जल्द बदलाव होगा. इसकी तैयारी चल रही है और इस सप्ताह इसकी घोषणा होने की संभावना है. इसका मकसद देश और राज्य में संगठन को अधिक मजबूत बनाना है. इसमें युवाओं को एक बार फिर से बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी. कोरोना संकट की वजह से पार्टी ने अपने संगठन संबंधित कामों को टाल दिया था.
सूत्रों का कहना है कि पार्टी की राष्ट्रीय और राज्य कार्यकारिणी का पुनर्गठन किया जायेगा. इसमें कई नये चेहरों को भी शामिल होने की संभावना है. कोरोना संकट के पहले पार्टी ने वरिष्ठ नेता उपेंद्र कुशवाहा को संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी थी.
इसके साथ ही राज्य में जदयू ने अपने 41 जिला अध्यक्षों को मनोनीत किया था. इसके साथ ही पार्टी ने अपने प्रकोष्ठ अध्यक्ष, विधानसभा प्रभारी, लोकसभा प्रभारी सहित अन्य पदों के लिए पदाधिकारियों का मनोनयन किया था.
पार्टी सूत्रों का कहना है कि संगठन में जिम्मेदारी देने के मामले में पिछले विधानसभा चुनाव में नेताओं के प्रदर्शन को आधार बनाया जा सकता है. उस चुनाव और साथ ही कोरोना संकट के दौरान बेहतर जिम्मेदारी निभाने वाले नेताओं की पहचान करने में पार्टी जुटी है. इन सभी में बेहतर प्रदर्शन करने वालों को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है.
पार्टी सूत्रों का कहना है कि अब फिलहाल राज्य कार्यकारिणी का पुनर्गठन किया जायेगा. पिछली राज्य कार्यकारिणी में करीब 300 सदस्य थे. नये सिरे से इन सभी का मनोनयन किया जायेगा.
पार्टी इंटरनेट मीडिया के विभिन्न प्लेटफाॅर्म पर अपने युवाओं के बल पर सकारात्मक तरीके से सक्रिय सोने की तैयारी कर रही है इस कारण राज्य कार्यकारिणी में भी युवाओं को उनके बेहतर प्रदर्शन के आधार पर जगह दी जा सकती है.
Posted by Ashish Jha