बिहार में तस्करों पर शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई हुई. पूर्वी चंपारण के मोतिहारी में बंजरिया पुलिस ने सिंघिया सागर ओवरब्रिज के पास से बाइक सवार दो तस्करों को चरस के साथ गिरफ्तार कर लिया. उनके पास से छह किलो 52 ग्राम चरस मिली है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में उसका मूल्य डेढ़ करोड़ रुपये है. एसपी कान्तेश कुमार मिश्रा ने शुक्रवार को बताया कि गिरफ्तार दोनों तस्कर राकेश यादव नेपाल के कलैया के बेलहिया पनटोका व राजेश यादव नेपाल परसा के भिशवा पुलिस चौकी गांव का रहने वाले हैं. दोनों नेपाल से चरस की खेप लेकर बाइक से मोतिहारी आ रहे थे. उन्हें ट्रेन पकड़ दिल्ली जाना था. इस बीच पुलिस ने दोनों को दबोच लिया. तलाशी ली गयी तो उनके पास से अलग-अलग पैकेट में रखी छह किलो 52 ग्राम चरस बरामद हुई.
दर्जनों बार की थी तस्करी
पुलिस की पूछताछ में तस्करों ने स्वीकार किया है कि इससे पहले भी दर्जनों बार चरस, गांजा व स्मैक की खेप भारत के महानगरों तक पहुंचा चुके हैं. इस सिंडिकेट का मास्टर माइंड राकेश है. उसने भारत-नेपाल सीमा पर सक्रिय मादक पदार्थ के तस्करों के नाम का खुलासा किया है, जो नेपाल से गांजा व चरस की खेप लेकर भारत के बड़े शहरों तक पहुंचाते हैं. सभी के नाम व पते का सत्यापन किया जा रहा है.
आगरा से चंपारण ले जा रहे एक करोड़ के चांदी के जेवर बरामद
गोपालगंज के कुचायकोट मे स्थानीय थाना क्षेत्र के बलथरी चेकपोस्ट पर उत्पाद विभाग ने एक कार से 141 किलो चांदी के जेवर बरामद किये हैं. बरामद जेवरों की कीमत एक करोड़ बतायी गयी है. उत्पाद विभाग ने वाणिज्य कर विभाग को इसकी सूचना दी, तो संयुक्त कर सहायक आयुक्त बलराम प्रसाद ने जांच शुरू कर दी. जांच के दौरान यह बात सामने आयी कि जेवर आगरा से चंपारण के चकिया ले जाये जा रहे थे. कार सवार आगरा के रंजीत सिंह ने इस मामले में कागजात प्रस्तुत किये हैं, जिसकी जांच की जा रही है. उत्पाद अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि जांच के दौरान कार में बॉक्स होने की शंका हुई.