शाम छह बजे तक मोबाइल पर करता रहा चैट, साढ़े सात बजे लटका मिला शव, पुलिस कर रही मौत की जांच

थानाध्यक्ष एसआइ श्रीकांत चौहान ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चल पायेगा. वहीं मृतक का मोबाइल जब्त कर उसके कमरे को सील कर दिया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | February 13, 2021 12:01 PM
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भागलपुर. विवि थाना क्षेत्र के परबत्ती स्थित काली मंदिर के समीप सुरेश मंडल के लॉज में कमरा किराये पर लेकर रह रहे मारवाड़ी कॉलेज के छात्र सुनील कुमार का शव फंदे से लटका मिला. शव मिलने की बात पूरे मोहल्ले में फैल गयी. जिसके बाद वहां पहुंचे सुनील के दोस्तों ने शव को फंदे से उतारा.

जीवित होने की आस लेकर उसे टेंपो से लेकर मायागंज अस्पताल लेकर पहुंचे. पर यहां लाते ही डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना की सूचना मिलते ही विवि थानाध्यक्ष भी मायागंज अस्पताल पहुंचे. जहां मृतक के परिजनों का मोबाइल नंबर पता कर उन्हें घटना की जानकारी दी.

खबर लिखे जाने तक मृतक के परिजन मायागंज अस्पताल नहीं पहुंचे थे. दोस्तों के मुताबिक कई दिनों से सुनीत पारिवारिक परेशानी की वजह से डिप्रेशन में था. इसी वजह से आत्महत्या करने की बात कही जा रही है.

मिली जानकारी के अनुसार कहलगांव प्रमंडल के बुद्धुचक थाना क्षेत्र स्थित रानीदियारा नयानगर गांव निवासी धर्मदेव मंडल का 25 वर्षीय पुत्र सुनीत कुमार परबत्ती स्थित निजी लॉज में रहकर मारवाड़ी कॉलेज से बीए कर रहा था. इसी वर्ष उसकी बीए की पढ़ाई पूरी की थी और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में लग गया था.

शुक्रवार शाम करीब सात बजे अचानक लॉज में सुनील के कमरे के दरवाजे के बाहर शोर शुरू हो गया. वहां पहुंचे दोस्तों ने सुनील के कमरे के दरवाजे का कुंडी तोड़ दिया. दरवाजा खुलते ही उन्होंने देखा कि सुनील कमरे में लगे पंखे से बंधे एक गमछे के फंदे से लटका हुआ. आनन फानन में उसे फंदे से उतारा गया.

इधर लॉज मालिक ने फौरन इस बात की जानकारी विवि पुलिस को दी. सुनील के दोस्तों ने बताया कि सुनील के व्हाट्सएप पर शाम 5.57 बजे का लास्ट सीन दिखा रहा है. वहीं शाम साढ़े सात बजे उसे कमरे में फंदे से लटका हुआ पाया गया.

थानाध्यक्ष एसआइ श्रीकांत चौहान ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चल पायेगा. वहीं मृतक का मोबाइल जब्त कर उसके कमरे को सील कर दिया गया है.

मोबाइल और कमरे की तलाशी लेने पर मामले का उद्भेदन हो सकता है. परिजनों के बयान पर ही मामले में केस दर्ज किया जायेगा. परिजन जो भी बयान देंगे उसी आधार पर केस दर्ज किया जायेगा.

Posted by Ashish Jha

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