छपरा (सदर). जिले के खैरा थाना क्षेत्र के खोदाइबाग गांव में अवैध पटाखा फैक्टरी में हुए विस्फोट में छह लोगों की मौत के बाद पीड़ित परिजनों की रात सिसकियों में गुजरी. पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसरा गया है. घटना के बाद आधा दर्जन लोगों को सदर अस्पताल में घायल अवस्था में लाने तथा मृतकों को भी मलबे से निकाल कर सदर अस्पताल तक लाये जाने के बाद अस्पताल में अफरा- तफरी का माहौल था.
विस्फोट का असर इतना जबर्दस्त था कि किसी का चेहरा उड़ गया था, तो किसी का कोई अंग गायब था. विस्फोट की आवाज इतनी तेज थी कि इसकी गूंज तीन किलोमीटर तक लोगों ने सुनी. जिला प्रशासन के द्वारा घायलों को तत्काल सदर अस्पताल में प्राथमिक उपचार कराये जाने के बाद पीएमसीएच ले जाया गया. उधर शवों के पोस्टमार्टम की व्यवस्था देर शाम तक कराने में जिला प्रशासन व अस्पताल प्रशासन के पदाधिकारी लगे रहे.
सुरक्षा मानकों को ताक पर रख कर घर में पटाखा बनाने-बेचने का काम परिवार के बच्चों के लिए काल बन कर आया. हादसे के बाद मृतकों व घायलों को निकालने के दौरान घटनास्थल पर घंटों अफरा-तफरी मची रही.
माता-पिता के लापरवाह रवैये ने खोदाइबाग में आठ वर्षीय शहजाद हुसैन तथा सात वर्षीय साबिर अली को जहां मौत की नींद सुला दी, वहीं पांच वर्षीय इमाम हुसैन, तीन माह की अबोध कायनात, चार माह की जासमीन तथा पांच साल के अशरफ पीएमसीएच तथा छपरा सदर अस्पताल में जीवन-मौत से जूझ रहे हैं.
घर का खर्च चलाने वाले मुलाजीम अली, शबाना, मीता बेगम भी इस घटना में खुदा को प्यारी हो गयी. सदर अस्पताल एवं पटना में इलाजरत बच्चों को भावनात्मक लगाव लेने वाला भी परिवार में नहीं बचा है. घटना के बाद सदर अस्पताल में पहुंचे लोगों आंखें नम हो जा रही थीं.