छपरा शराबकांड के बाद पुलिस लगातार कार्रवाई में जुटी हुई है. पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि सारण में पंजाब और बलिया से शराब की खेप लायी गयी थी. इसकी विस्तृत जांच की जा रही है. इधर, रविवार को एसआइटी ने शराब तस्कर अखिलेश राय उर्फ अखिलेश कुमार यादव को मशरक थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया. पुलिस को उसके पास से शराब के धंधे से जुड़े कई अहम दस्तावेज भी मिले हैं.
एसपी संतोष कुमार ने बताया कि मढ़ौरा अनुमंडल के मशरक और इसुआपुर थाना क्षेत्र में सोनपुर एसडपीओ के नेतृत्व में एसआइटी लगातार छापेमारी कर रही है. इसी क्रम में यह सफलता मिली है. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार तस्कर अखिलेश के पास से शराब कारोबार कर जुटाये गये दो लाख 17 हजार रुपये भी मिले हैं. अखिलेश की गिरफ्तारी के बाद इस मामले से जुड़े कई अहम खुलासे हो सकते है. इस बीच मशरक और इसुआपुर थाने में जब्त शराब की जांच रिपोर्ट रविवार को आ गयी. इसमें पता चला है कि थाने में जब्त की गयी शराब जहरीली नहीं थी.
शराब माफियाओं के नेटवर्क के करीब पहुंची पुलिस
शनिवार को पुलिस ने शराब माफिया गोपालबाड़ी के अनिल सिंह को गिरफ्तार किया था. दो दिनों में दो अहम गिरफ्तारियों के बाद अब पुलिस को उम्मीद है कि वह जहरीली शराब कांड की सप्लाइ चेन के नेटवर्क के करीब पहुंच चुकी है. जल्द ही पूरे मामले का खुलास हो जायेगा. मालूम हो कि शराब कांड के बाद पुलिस पूरे जिले में ऑपरेशन क्लीन ड्राइव चला रही है. इसके तहत पिछले पांच दिनों में 350 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. एसपी संतोष कुमार के अनुसार गिरफ्तार लोगों में से आठ लोग ऐसे हैं, जिनके माध्यम से जहरीली शराब की खेप लाने वालों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है.
राज्य मुख्यालय ने दी जांच रिपोर्ट, जब्त स्पिरिट नहीं थी जहरीली
मद्य निषेध विभाग के निर्देश पर मशरक और इसुआपुर थानों से जब्त स्पिरिट के सैंपल की रिपोर्ट रविवार को राज्य मुख्यालय से आ गयी. मशरक थाना से स्पिरिट के कुल सात सैंपल और इसुआपुर थाना से दो सैंपल जांच के लिए भेजे गये थे. जिला उत्पाद अधीक्षक रजनीश ने बताया कि सभी सैंपल की रिपोर्ट में जहरीली स्पिरिट होने की बात सामने नहीं आयी है. ऐसे में यह स्पष्ट हो गया कि मशरक व इसुआपुर थाने में जब्त कर रखी गयी स्पिरिट जहरीली नहीं थी.