पटना के गंगा घाटों पर व्रतियों ने शाम तीन बजे से भगवान भास्कर को अर्ध्य देना शुरू कर दिया है. घाटों पर व्रतियों के साथ परिजनों की भारी भीड़ है. पटना जिला प्रशासन के द्वारा जगह-जगह भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जवान तैनात किये गए हैं. इसके साथ ही, माइकिंग के सहारे व्रतियों और परिजनों को गहरे पाने में जाने से मना किया जा रहा है. जेपी सेतू से लेकर बंका घाट तक जिला प्रशासन के द्वारा विशेष व्यवस्था की गयी है. घाटों पर सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं. पुरुष व महिला के लिए अलग-अलग शौचालय, स्वच्छ पेयजल, चेंजिंग रूम, व्रतियों के ठहरने के लिए शेड, वाहन पार्किंग की सुविधा हैं. साथ ही, पार्किंग स्थल पर बैरिकेडिंग और ड्रॉप गेट की व्यवस्था की गयी है. घाटों के पास समुचित संख्या में वाच टावर बनाये गये हैं. घाटों पर नियंत्रण कक्ष कार्यरत है. ध्वनि विस्तारक यंत्र से श्रद्धालुओं और छठव्रतियों को शुभकामना संदेश के साथ-साथ आपदा प्रबंधन के दृष्टिकोण से ‘‘क्या करें, क्या न करें’’ की नियमित उद्घोषणा की जा रही है.
जिले में 599 दंडाधिकारी किए गए नियुक्त
छठ को लेकर जिले में लगभग 599 दंडाधिकारियों व 4500 से अधिक पुलिस पदाधिकारियों को लगाया गया है. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ व सिविल डिफेंस की टीमें भी तैनाती की गयी हैं. घाटों पर जाने के लिए एप्रोच रोड सुचारु व अवरोध मुक्त बनाये गये हैं. घाटों पर सफाई व प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है. सभी छठ घाटों पर विद्युत कर्मियों व तकनीशियनों की टीमें तैनात हैं. शनिवार को मुख्य सचिव आमिर सुबहानी और डीजीपी एसके सिंघल, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, प्रमंडलीय आयुक्त कुमार रवि, आइजी राकेश राठी ने डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह, एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने स्टीमर से नासरीगंज घाट से के कंगन घाट तक 75 छठ घाटों का किया निरीक्षण किया.