अकबरपुर : प्रखंड स्थित पिरौटा सूर्य मंदिर तालाब इलाके के लोगों के लिए आस्था का केंद्र है. यहां दूरदराज से छठ व्रती आकर अर्घ प्रदान करते हैं. यहां आने वालों की मनोकामनाएं पूर्ण होती है. झूठी कसम खाने वाले लोगों को यहां कड़ी सजा मिलती है. इस तालाब में स्नान करने वाले कुष्ठ रोगियों को रोग से मुक्ति मिलती है.
ऐसी यहां की मान्यताएं हैं. सूर्य मंदिर का निर्माण स्थानीय गांव के निवासी सोधो सिंह उर्फ रहीम बाबा ने वर्षों पूर्व कराया था. छठ व्रत के अवसर पर यहां श्रद्धालुओं की काफी भीड़ होती है.
श्रद्धा-भक्ति से सूर्य भगवान की पूजा-अर्चना करने पर हर मनोकामनाएं पूरी होती है. यहां बच्चों का मुंडन संस्कार भी होता है. लग्न के दिनों में यहां शादी-विवाह भी होता है. अन्य शुभ मुर्हुतों पर यहां मेला सा नजारा रहता है.
यज्ञ के अवसर पर इस तालाब का जल पवित्र होने के नाते श्रद्धालु इस तालाब से पवित्र जलभरी का कार्य भी करते हैं. छठ व्रत के अवसर पर एक दिन पहले से व्रती यहां आकर भगवान सूर्य की अराधना में जुट जाती हैं.
छठ व्रत के अवसर पर सूर्य मन्दिर को आर्कषक ढंग से सजाया जाता है. लाइटिंग की मुकम्मल व्यवस्था की जाती है. छठ पूजा के अवसर पर यहां की सुंदरता में चार-चांद लग जाता है. जो देखने योग्य होता है. छठ पूजा में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए यहां पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति की गयी है.
Posted by Ashish Jha