पटना : राज्य में छठ महापर्व को देखते हुए सभी जिलों में सुरक्षा व्यवस्था चाकचौबंद कर दी गयी है. इस बार रैफ या अन्य किसी केंद्रीय फोर्स की कोई कंपनी बिहार नहीं आयी है. फिर भी पुलिस मुख्यालय ने अपने स्तर से सुरक्षा के हर स्तर पर इंतजाम किये हैं. सभी जिलों में अतिरिक्त फोर्स तैनात कर दिये गये हैं.
बीएमपी और स्टेट रैपिड एक्शन फोर्स (एसआरएएफ) की 50 से ज्यादा कंपनी फोर्स सभी जिलों में तैनात कर दी गयी है. जिस जिले में जितने फोर्स की डिमांड आयी है या इनकी जरूरत महसूस की गयी है, वहां उतनी संख्या में बल की तैनाती कर दी गयी है.
राज्य के जिन तालाबों में इस बार छठ पर्व मनाया जाना है, वहां खासतौर से सुरक्षा के इंतजाम किये गये हैं. इसके अलावा संवेदनशील इलाकों की पहचान कर वहां सुरक्षा की व्यवस्था ज्यादा पुख्ता कर दी गयी है. राज्य में ऐसे संवेदनशील इलाकों की संख्या करीब 75 है. इन इलाकों के संबंधित थानों को खासतौर से अलर्ट रहने के लिए कहा गया है.
पुलिस मुख्यालय ने इस मामले में सभी जिलों को सख्त निर्देश जारी कर दिया है. इसमें कहा गया है कि गृह विभाग की तरफ से छठ पूजा को मनाने से संबंधित जो आदेश जारी किये गये हैं, उनका सख्ती से पालन सभी जिलों को करने के लिए कहा गया है.
इस बार छठ पूजा किसी नदी घाट पर नहीं होने जा रहा है. सिर्फ तालाबों पर ही इनका आयोजन होगा. इसे देखते हुए सभी जिलों के छोटे-बड़े सभी तालाबों में सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता कर दी गयी है.
सीमावर्ती जिलों में इस बार सुरक्षा के खासतौर से बंदोबस्त किये गये हैं. सीमावर्ती 128 थानों को खासतौर से अलर्ट कर दिया गया है. ऐसे राज्य के सभी 1064 थानों को पूरी तरह से चौकस रहने के साथ ही अपने-अपने क्षेत्रों में पेट्रोलिंग बढ़ाने के लिए कहा गया है.
सभी नदी घाटों पर लोगों का जमावड़ा नहीं हो, इसका खासतौर से ध्यान रखने के लिए कहा गया है. सुरक्षा व्यवस्था की देखरेख के लिए अतिरिक्त अधिकारियों की भी तैनाती की गयी है.
एडीजी (मुख्यालय) जितेंद्र कुमार ने बताया कि छठ पर्व को लेकर सभी जिलों को अलर्ट कर दिया गया है. साथ ही सुरक्षा भी बढ़ा दी गयी है. सुरक्षा के मामले में कहीं कोई कोताही नहीं बरती जायेगी.
Posted by Ashish Jha