Chhath Puja 2021: डूबते सूर्य को अर्घ्य अर्पित, पटना के घाटों पर उमड़ा भक्तों का सैलाब
पवित्रता और आस्था का लोकपर्व छठ पूजा का पहला अर्घ्य आज डूबते सूर्य को दिया गया. देशभर में छठ का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है, जिसकी कुछ मनमोहक तस्वीरें सामने आयी हैं.
फुलवारी शरीफ और संपतचक प्रखंड के विभिन्न इलाकों में आस्था के लोकपर्व छठ के तीसरे दिन विभिन्न नदी, तालाबों, नहरों पर बने घाटों पर जाकर तथा घर की छतों और आवासीय प्रांगण में बनाए गए कुंड में लाखों की संख्या में अस्ताचलगामी सूर्य को अर्ध्य देने सैलाब उमड़ पड़ा.
कमला नदी, झंझारपुर में अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देते लोग छठ घाट पर व्रतियों का अभिनंदन करते मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सूर्य को अर्घ्य देते मंत्री अशोक चौधरी नदी घाटों पर सूर्य को दिया जा रहा है अर्घ्यअस्ताचलगामी सूर्य को दिया जा रहा है अर्घ्य नदी घाटों पर सूर्य को दिया जा रहा है अर्घ्य
सूर्योपासना एवं लोकआस्था का महापर्व छठ पूजा के शुभ अवसर पर संध्या अर्घ्य देते मुख्यमंत्री नीतीश कुमार.
डूबते सूर्य को अर्घ्य देने का सिलसिला शुरूपूर्वोत्तर बिहार में अर्घ्य देने का सिलसिला शुरू. अररिया, पूर्णिया, किशनगंज, कटिहार में अर्घ्य.
पूर्णिया में अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने की तैयारी नीतीश कुमार ने गंगा घाट का जायजा लियापटना के छठ घाट पर सीएम नीतीश कुमार नासरीगंज से दीदारगंज तक घाटों का भ्रमण पटना की मेयर, मंत्री और अधिकारी भी साथ.
गया में फल्गु नदी के तट पर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने का सिलसिला शुरू गांव के तालाब में छठ का अर्घ्य मंगल पांडेय ने शेयर की फोटोछठ महापर्व के प्रथम अर्ध्य के समय दउरा लेकर घाट पर जाते हुए। pic.twitter.com/5LiC07sgAO
— Mangal Pandey (@mangalpandeybjp) November 10, 2021
डूबते सूर्य को अर्घ्य देने की तैयारी, नदी घाटों पर उमड़ी भीड़
गंगा घाट पहुंचे नीतीश कुमारपटना के गंगा घाट पर पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार. स्टीमर से करेंगे नासरीगंज से दीदारगंज तक भ्रमण
खगड़िया में छठ घाट पर सीसीटीवी से लेकर टीकाकरण तक की व्यवस्था भगवान को अर्ध अर्पितऔरंगाबाद के पौराणिक सूर्य नगरी देव में आस्था का सैलाब. 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओ ने किया भगवान को अर्ध अर्पित.
डूबने से दो लोगों की मौतअररिया जिले में डूबने से दो लोगों की मौत, फारबिसगंज इलाके में छठ घाट बनाने के दौरान हादसा, नरपतगंज और सिमरबनी में मौत पर पसरा मातम.
पटना के गंगा घाट पर उमड़े लोगजैसे जैसे सूर्य के डूबने का वक्त नजदीक आ रहा है, वैसे वैसे पटना के गंगा घाटों पर लोगों की भीड़ बढ़ती जा रही है.
घाट पर चलने की तैयारी घाटों पर उमड़ा सैलाबपटना के अलावा राज्य के दूसरे महत्वपूर्ण जगहों पर भी छठ पूजा के लिए बड़ी संख्या में व्रती घाट पर पहुंचने लगे हैं. औरंगाबाद के देव, बिहारशरीफ के बड़गांव, पटना के उलार और बाढ़ के पंडारक समेत सभी प्रमुख सूर्य मंदिरों और नदी तालाबों के किनारे आस्था का जबरदस्त सैलाब उमड़ा है.
हर विपदा से निबटने की तैयारीपटना में छठ पर आपात स्थिति से निबटने के लिए 17 निजी अस्पताल अलर्ट, कुर्जी से लेकर पटना सिटी तक विशेष इंतजाम, निशुल्क होगा इलाज.
घाट पर आने लगे लोगपटना के छठ घाटों पर लोगों की आवाजाही शुरू, डूबते सूर्य को दिया जाएगा अर्घ्य
घाट की ओर चल दिये व्रती पटना जिले में कुल 550 घाटों पर व्रती देंगे अर्घ्यपटना जिले में कुल 550 घाटों पर व्रती अर्घ्य देंगे. इसके लिए प्रशासन ने व्यापक तैयारी की है. चप्पे चप्पे पर सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है. जिन घाटों पर दलदल है उन्हें खतरनाक घोषित किया जा चुका है.
घाटों पर सुरक्षा की पुख्ता तैयारीगंगा घाटों पर एहतियात के तौर पर जिला प्रशासन ने 200 से ज्यादा गोताखोरों को तैनात रखा है. इसके अलावे एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी तैनात की गई हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे घाटों का भ्रमणमुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज नासरीगंज घाट से गायघाट तक गंगा नदी के किनारे बोट से भ्रमण करेंगे. मुख्यमंत्री दोपहर बाद 3:30 बजे स्ट्रीमर के जरिए नासरीगंज घाट से रवाना होंगे और गायघाट तक उनका काफिला जाएगा.
छठमय नजर आ रहा बिहारमहापर्व को लेकर पूरा बिहार छठमय नजर आ रहा है. हर तरफ साफ-सफाई देखी जा रही है. राजधानी पटना में शायद ही कोई ऐसी सड़क हो या गली जिसे सजाया ना गया हो. घाटों पर भी प्रशासनिक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.
नंदकिशोर यादव ने दी शुभकामनाएंबिहार बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री नंदकिशोर यादव ने कहा कि लोक आस्था का महापर्व छठ सदाचार और सदव्यवहार की सीख देता है. उन्होंने मंगलवार को प्रदेशवासियों को लोक आस्था के महापर्व छठ की बधाई देते हुए आपसी सहयोग और सद्भाव से मनाने की अपील की. उन्होंने कहा, ‘हमारी कामना है भगवान भास्कर लोगों के जीवन में खुशहाली लाएं. लोगों का जीवन उत्साह से ऊर्जान्वित हो.’
लोक आस्था का महापर्व छठ के अवसर पर अस्ताचलगामी भगवान भास्कर की उपासना पर देश एवं प्रदेशवासियों को शुभकामनाएँ।#ChhathPuja2021 pic.twitter.com/yu5IQatzdt
— Nand Kishore Yadav (@nkishoreyadav) November 10, 2021
सादगी और संयम का प्रतीक महापर्व छठ उगते और डूबते सूर्य की पूजा करने वाला एकमात्र पर्व है. यह कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष में षष्ठी तिथि को मनाया जाता है. लोकपर्व छठ सूर्य षष्ठी के नाम से भी जाना जाता है. यह पर्व दिवाली के 6 दिन बाद मनाया जाता है. 8 नवंबर को छठ का पहला दिन था जिस दिन नहाए खाए के साथ पर्व की शुरुआत हुई, 10 नवंबर यानि आज छठ पूजा का तीसरा दिन है जब श्रद्धालु घाटों पर संध्या अर्घ्य देने पहुंचेंगे. 11 नवंबर यानी चौथे दिन छठ पूजा का उषा अर्घ्य दिया जाएगा और इसके साथ ही महापर्व छठ का पारण होगा.
मार्कण्डेय पुराण में छठ का जिक्रमार्कण्डेय पुराण में छठी मैय्या को प्रकृति की अधिष्ठात्री देवी और ब्रह्मा की मानस पुत्री बताया गया है. पुराण में कहा गया है कि प्रकृति ने अपनी सारी शक्ति को 6 भागों में विभाजित की है. उनका छठा और सबसे मूल भाग छठी मैय्या हैं. इनके पास प्रकृति की उर्वरा शक्ति निहित है. छठी मैय्या के पूजन से संतान की प्राप्ति होती है और संतानों के जीवन में सुख-सौभाग्य आता है. इसलिए शिशु के जन्म के छठे दिन, छठी मैय्या का पूजन किया जाता है.
प्रधानमंत्री ने दी शुभकामनाएंपीएम नरेंद्र मोदी ने लिखा- सूर्योपासना के महापर्व छठ की आप सभी को ढेरों शुभकामनाएं. छठी मइया हर किसी को उत्तम स्वास्थ्य और सुख-सौभाग्य प्रदान करें.
सूर्योपासना के महापर्व छठ की आप सभी को ढेरों शुभकामनाएं। छठी मइया हर किसी को उत्तम स्वास्थ्य और सुख-सौभाग्य प्रदान करें। pic.twitter.com/JVZ7lTKWDn
— Narendra Modi (@narendramodi) November 10, 2021
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने लोगों को शुभकामना देते हुए लिखा कि भगवान आदित्य और छठी मैया आपको सुख, समृद्धि और आनंदमय जीवन प्रदान करें. उन्होंने अपने संदेश में लिखा है- छठ पूजा के शुभ अवसर पर सभी देशवासियों को शुभकामनाएं. यह पर्व प्रकृति, विशेषकर सूर्य व जल पर हमारी निर्भरता को स्वीकारने का भी अवसर है. मेरी कामना है कि यह त्योहार हमारी सांस्कृतिक विरासत को सबल बनाने के साथ-साथ पर्यावरण-संरक्षण के हमारे प्रयासों को भी सुदृढ़ बनाए.
छठ पूजा के शुभ अवसर पर सभी देशवासियों को शुभकामनाएं। यह पर्व प्रकृति, विशेषकर सूर्य व जल पर हमारी निर्भरता को स्वीकारने का भी अवसर है। मेरी कामना है कि यह त्योहार हमारी सांस्कृतिक विरासत को सबल बनाने के साथ-साथ पर्यावरण-संरक्षण के हमारे प्रयासों को भी सुदृढ़ बनाए।
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 10, 2021
posted by Ashish Jha