Chhath Puja 2022: लोक आस्था के महापर्व छठ का चार दिवसीय अनुष्ठान आज शुक्रवार को नहाय-खाय के साथ शुरू हो गया. अब कल शनिवार को खरना और फिर अगले दो दिन सूर्य देवता को अर्ध्य दिया जाएगा. भागलपुर में शुक्रवार को नहाय-खाय के दिन गंगा घाट पर भीड़ उमड़ी. भारी तादाद में श्रद्धालु गंगा स्नान करने के लिए आए. वहीं बाजार में कद्दू की बिक्री सुबह तक जोरदार रही. कद्दु महंगे दामों में बिके.
शुक्रवार को गंगा स्नान करने के बाद व्रतियों ने कद्दू-भात ग्रहण किया. अब कल 29 अक्टूबर, शनिवार को खरना होगा. इसमें व्रती पूरे दिन का उपवास रखेंगी और शाम में खीर-पूड़ी व फल का भोग भगवान सूर्य को लगायेंगी. व्रती भगवान भास्कर की पूजा कर प्रसाद ग्रहण करेंगी. इसके बाद व्रती प्रसाद का वितरण करेंगी.
वहीं, रविवार (30 अक्टूबर) की शाम डूबते सूर्य को अर्ध्य दिया जायेगा. अंतिम दिन 31 अक्टूबर सोमवार को उजाला होने से पहले ही व्रती व श्रद्धालु गंगा तट, पोखर-तालाब के पास पहुंच जायेंगे और उदीयमान सूर्य को अर्ध्य देंगे. इसके बाद छठ पर्व का समापन हो जायेगा.
Also Read: Bihar: भागलपुर में आपूर्ति लाइन पर हुए 180 करोड़ खर्च,फिर भी विसर्जन शोभायात्रा के लिए 30 घंटे काटी बिजली
बाजार में कद्दू 50 से 70 रुपये पीस तक बिक रहे थे, जो सामान्य दिन में 15 से 20 रुपये पीस बिकते हैं. नहाय-खाय के दिन कद्दू का खास महत्व होता है. शहर के विभिन्न स्थानों व सब्जी मंडी में खासकर कद्दू के स्टॉल सजाये गये थे.
सब्जी दुकानदारों का कहना है कि व्रतियों को लंबा कद्दू अधिक पसंद है. हालांकि गोल कद्दू भी बिके. छठ पर्व को देखते हुए सब्जी किसान अधिक से अधिक मात्रा में कद्दू उपजाते हैं. व्रती ने बताया कद्दू भात व्रती श्रद्धा के साथ भोजन के रूप में ग्रहण करते हैं. इसलिए इस दिन कद्दू खरीदना जरूरी है.
Posted By: Thakur Shaktilochan