छठ पूजा 2022: पटना में बड़े और बेहतर घाटों को जानें, CCTV से निगरानी, मिलेंगी ये भी सुविधाएं…

छठ पूजा 2022: लोक आस्था के महापर्व छठ पर्व की शुरुआत हो चुकी है. आज संध्याकालीन सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. पटना में श्रद्धालुओं का इस बार तांता लगा रहेगा. इस बार पटना में जेपी गंगा पथ से सटे कई घाट बड़े और बेहतर घाट के तौर पर सामने आये हैं. जानिये इन घाटों के बारे में..

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 30, 2022 7:08 AM

Chhath Puja 2022: लोक आस्था के महापर्व छठ की शुरुआत हो गयी है. रविवार को आज संध्याकालीन अर्घ्य दिया जाएगा. इस बार पटना में जेपी गंगा पथ से सटे कई घाट बड़े और बेहतर घाट के तौर पर सामने आये हैं. इनमें जेपी सेतु घाट, बिंद टोली घाट, मीनार घाट, पाटीपुल घाट, शिवा घाट आदि शामिल हैं. इन घाटों पर शनिवार से ही व्रतियों और अन्य श्रद्धालुओं की अच्छी संख्या पहुंची.

घाटों तक जाने के लिए एप्रोच रोड बनाये गये

यहां छठ को लेकर सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. इन घाटों पर बड़ा मैदान और लंबे घाट होने के कारण हजारों की संख्या में लोगों के छठ में पहुंचने की उम्मीद हैं. प्रशासन की ओर से जेपी गंगा पथ से यहां तक पहुंचने के लिए एप्रोच रोड बनाये गये हैं. घाटों तक जाने के लिए लाइटिंग की अच्छा इंतजाम किया गया है.

सीसीटीवी कैमरों से निगरानी

इन घाटों पर भी सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है. सुरक्षा के लिए कंट्रोल रूम बनाये गये हैं और इसमें शनिवार को मजिस्ट्रेट, पुलिस पदाधिकारी और पुलिस बल तैनात दिखे. सभी घाटों पर वाच टावर, शौचालय, पेयजल की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है. घाटों पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को भी तैनात किया गया है.

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पानी घटने के बाद परेशानी नहीं हो इसका हो रहा इंतजाम

गंगा के जल स्तर में लगातार कमी आ रही है. इसके कारण जेपी गंगा पथ से लगे इन घाटों पर पूर्व में जल स्तर के मुताबिक जो बैरिकेडिंग की गयी थी, उसमें कई जगहों बदलाव किये गये. कई जगहों पर पानी कम होने के बाद कीचड़ जैसी स्थिति हुई, जिसे ठीक करने के लिए युद्ध स्तर पर बोरियों में बालू भर कर घाटों पर रखा जा रहा था.

घाटों पर दिख रहा लोक आस्था का नजारा

गंगा के इन घाटों पर शनिवार से व्रतियों और श्रद्धालुओं की अच्छी संख्या आने के बाद यहां लोक आस्था का मनमोहक नजारा दिख रहा था. इन घाटों पर दूर-दराज इलाकों से आये ग्रामीण परिवारों की महिलाएं टेंटों में खरना का प्रसाद बनाती दिखीं. पूरा परिवार व्रत में एक दूसरे को सहयोग देता दिखा. उनके ठहरने और उनकी सुविधाओं के लिए प्रशासन की ओर से इंतजाम भी किये गये है.

जेपी सेतु घाट

जेपी सेतु घाट तक जाने के लिए जेपी गंगा पथ की घेराबंदी को तोड़ कर रास्ता बनाया गया है. कच्चा रास्ता लोगों के आने- जाने के लिए सुविधाजनक है. जेपी गंगा पथ से सीधे कनेक्टिविटी के कारण यहां पहुंचना आसान है. इस घाट पर लाइटिंग से लेकर चेंजिंग रूम तक की बेहतर इंतजाम है. जेपी सेतु के निकट होने के कारण यहां पर छठ पर्व का बेहतर नजारा दिखता है.

बिंद टोली घाट :

बिंद टोली घाट जेपी गंगा पथ से सीधे नीचे उतर कर आसानी से जाया जा सकता है. यहां से काफी कम चलना पड़ता है. घाट काफी लंबा है, इससे सटे गंगा किनारे के एक बड़े हिस्से को खतरनाक घोषित कर वहां पर लाल कपड़े का घेरा बनाया गया है. वहां पर जाना प्रतिबंधित रहेगा. इस घाट पर काफी जगह है जिसके कारण हजारों लोग यहां पर अर्घ दे सकते हैं.

मीनार घाट :

जेपी गंगा पथ से जुड़े प्रमुख घाटों में मीनार घाट भी है. यह घाट काफी बड़े इलाके में फैला हुआ है. साफ-सफाई की बेहतर स्थिति है, जलस्तर में कमी आने के बाद यहां पर घाट किनारे बालू भरे बोरे रखे गये हैं ताकि व्रतियों को कोई असुविधा नहीं हो. घाट पर आसपास के इलाके से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचने लगे हैं. यहां पर भी वाच टावर, शौचालय, पेयजल, आदि की सुविधा उपलब्ध है.

पाटी पुल घाट :

जेपी गंगा पथ से जुड़े बड़े घाटों में पाटी पुल घाट शामिल है. इस घाट पर हजारों की संख्या में व्रतियों के पहुंचने का अनुमान है. इस घाट पर एनडीआरएफ ने भी अपना कैंप बनाया है. यहां पर जिला प्रशासन की ओर से यात्री शेड बनाये गये हैं जहां व्रती और उनके परिवारों के रहने का इंतजाम किया गया है. इस घाट पर सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है. व्रतियों और श्रद्धालुओं के लिए सभी जरूरी सुविधाएं यहां मौजूद है.

शिवा घाट :

गंगा किनारे का यह घाट काफी शांत और दूर तक फैला हुआ है. यहां भी हजारों व्रती अर्घ्य दे सकते हैं. इस घाट पर भी जेपी गंगा पथ के द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है. घाट पर सुरक्षा से लेकर सभी जरूरी सुविधाओं के इंतजाम किये गये हैं.

Posted By: Thakur Shaktilochan

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