पटना. अभी बिहार सहित पूरे देश में त्योहार का सीजन चल रहा है. दीपावली के बाद बिहार में छठ का माहौल शुरू हो जाता है. इसको लेकर अलग ही उत्साह देखने को मिलता है. छठ से पहले सभी घर पहुंचने लगते हैं. इससे ट्रेन में काफी भीड़ बढ़ जाती है. वहीं, अभी बिहार आने वाली सभी ट्रेनों में नो रूम का बोर्ड लग गया है. इससे बिहार आने वाले सभी यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
छठ पर्व को लेकर बिहार के लोग दिल्ली, लुधियाना, मुंबई और जयपुर सहित कई बड़े शहरों से आते हैं. जो वहां रोजगार के लिए गए होते हैं. ये देखते हुए रेलवे कई शहरों में स्पेशल ट्रेन भी चलाती है. लेकिन फिर भी बिहार आने के लिए टिकट की परेशानी बनी रहती है. दिल्ली, जयपुर, अजमेर, बांदीकुई और रेवाड़ी से लगभग 100 से ज्यादा ट्रेनें उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड के विभिन्न शहरों के लिए चलती है. इन सभी ट्रेनों में 28 अक्टूबर से ही पूर्वांचल के लिए टिकट फुल है. नो रूम का बोर्ड लग चुका है.
वहीं, बिहार आने के साथ- साथ छठ के बाद जाने के लिए इन ट्रेनों में टिकट नहीं मिल रहा है. इस बार छठ 30 और 31 अक्टूबर को है. छठ बीत जाने के बाद ही पूर्वांचल से दिल्ली सहित अन्य शहरों में जाने वाली ट्रेनों में सीट फुल है. 1 और 2 नवंबर को पूर्वांचल से दिल्ली, जयपुर, अलवर सहित विभिन्न शहरों की तरफ आने वाली ट्रेनों में यात्रियों को टिकट नहीं मिल रहा है. इससे यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है.
बता दें कि इस बार का छठ पर्व 29 अक्तूबर को शुरू होगा पहले दिन व्रती महिलाएं नहाय खाय से इसकी शुरुआत करेंगी. महिलाएं 30 अक्तूबर को डूबते सूर्य को तो 31 अक्टूबर को उगते सूरज को अर्घ्य देंगी. छठ बिहार के लिए सबसे प्रमुख पर्व है. इसकी ख्याति अब देश सहित विदेश में भी होने लगी है. दीपावली के बाद ही छठ का माहौल शुरू हो जाता है. बाजार सज जाता है. लोग बिहार लौटना शुरू कर देते हैं.