Chhath Puja 2023: बिहार में छठ पूजा का विशेष महत्व है. इस दौरान तीन दिनों तक निर्जला व्रत रखा जाता है. यह बेहद मुश्किल होता है. छठ एक मात्र ऐसा पर्व है, जिसमें 36 घंटे का उपवास रखा जाता है. छठ पूजा के दौरान विशेष तौर पर सूर्य देव और छठी मां की पूरे विधि विधान के साथ पूजा की जाती है. इस पूजा में नदी के किनारे भगवान सूर्य की उपासना की जाती है. मान्यता के अनुसार अगर नि: संतान महिला इस व्रत को करती है, तो उसकी गोद भर जाती है. कहा जाता है कि महाभारत के काल से ही इस त्योहार को मनाया जाता है. कथा के अनुसार राजा कर्ण का संबंध बिहार के मुंगेर जिले से था. यह सूर्य की पूजा करते थे. पानी में खड़े रहकर यह सूर्य देव की पूजा किया करते थे. छठ को लेकर अभी से तैयारी की जा रही है. ट्रेनों में लोगों की भारी भीड़ है. राज्य के बाहर से लोग अपने घर लौट रहे हैं. रेलवे की ओर से भी स्पेशल ट्रेन का परिचालन किया जा रहा है.
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VIDEO: बिहार में प्रसिद्ध है छठ पूजा, चार दिन तक धूम- धाम से मनाया जाता है त्योहार, जानिए पौराणिक मान्यता
Chhath Puja 2023: बिहार में छठ पूजा को बड़े ही धूम- धाम से मनाया जाता है. यह त्योहार अपने आप में खास होता है. तीन दिनों तक यानी 36 घंटे तक इसमें व्रती उपवास रखती है. छठी मां की पूरे विधि विधान के साथ पूजा होती है.
By Sakshi Shiva
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