छठ पूजा 2023: पटना में इन घाटों पर जाने से रहेगी रोक, तेजी से घट रहा गंगा का जलस्तर, जानिए ताजा अपडेट..
Chhath Puja 2023: लोक आस्था के महापर्व छठ के चार दिवसीय अनुष्ठान के दूसरे दिन शनिवार को खरना संपन्न हो गया. रविवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. पटना में गंगा नदी के जल स्तर में हर दिन तीन से चार सेंटीमीटर कमी हो रही है. जानिए खतरनाक घाटों के बारे में..
Chhath Puja 2023: लोक आस्था का महापर्व छठ के चार दिवसीय अनुष्ठान के दूसरे दिन शनिवार को खरना संपन्न हो गया. इसके साथ ही व्रतियों का 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू हो गया. रविवार को व्रती रवियोग व द्विपुष्कर योग में भगवान भाष्कर को सायं कालीन अर्घ देंगे. सोमवार को कार्तिक शुक्ल सप्तमी के दिन धनिष्ठा नक्षत्र व ध्रुव योग के शुभ संयोग में उदयकालीन सूर्य को अर्घ देंगे. इसके बाद ही व्रती प्रसाद व जल ग्रहण करेंगे. ऐसे में रविवार की शाम व सोमवार की सुबह को अर्घ देने के लिए छठ घाटों, तालाबों पर आस्था का सैलाब उमड़ेगा. इसके लिए नदी किनारे घाट के अलावा तालाब बनाये गये हैं.
पटना में गंगा नदी का जल स्तर
पटना में गंगा नदी के जल स्तर में हर दिन तीन से चार सेंटीमीटर कमी हो रही है. इसके कारण अशोक राजपथ के किनारे बने एक दर्जन से अधिक पक्के छठ घाटों पर पानी के अंदर की गयी बैरिकेडिंग बेकार हो गयी है. एक सप्ताह पहले बैरिकेडिंग शुरू करते समय पानी किनारे से इनकी दूरी 20 से 30 फुट तक थी, जो अब घट कर महज पांच-सात फुट रह गयी है. कहीं-कहीं बैरिकेडिंग से महज दो-तीन फुट चौड़ाई में ही पानी रह गया है. बैरिकेडिंग करते समय वहां पानी की गहराई तीन से चार फुट तक थी, जो अब घट कर एक-डेढ़ फुट से भी कम रह गयी है. दो घाटों पर तो बैरिकेडिंग का एक हिस्सा पानी सूखने के कारण बिल्कुल सूखी जमीन या कीचड़ में आ गया है. इसको देखते हुए जिला प्रशासन ने ऐसी जगहों पर बैरिकेडिंग को आगे बढ़ाने का निर्देश नगर निगम को दिया है. इसके लिए सभी 21 सेक्टर पदाधिकारियों को लगातार जल स्तर की निगरानी करने को कहा गया है. डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि जहां भी जरूरत होगी, लोगों की सुविधा और सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखते हुए बैरिकेडिंग को आगे बढ़ाया जायेगा. नगर आयुक्त अनिमेश कुमार पराशर ने कहा कि कई जगहों पर इसे बढ़ाया भी गया है. नगर आयुक्त ने यह भी कहा कि कुछ जगहों पर बैरिकेडिंग के ठीक पार पानी में गहरे गड्ढे के कारण इसे बढ़ाने की गुंजाइश नही है, क्योंकि ऐसा होने पर व्रतियों के डूबने का खतरा हो सकता है. कृष्णा घाट पर ऐसी ही स्थिति है. ऐसे घाटों पर कम पानी में ही व्रतियोंं को अर्घ देना होगा और बैरिकेडिंग को आगे नहीं बढ़ाया जा सकेगा.
नौ घाटों पर व्रतियों के जाने पर रोक
पटना में छठ पर्व को लेकर नौ घाटों पर व्रतियों के जाने पर रोक है. खतरनाक घाट में मीनार घाट, एलसीटी घाट, राजापुर पुल घाट शामिल है. इन घाटों पर स्लोप अधिक होने व पानी की गहराई ज्यादा होने से इन घाटों पर जाने की मनाही है. वहीं मिश्री घाट, टीएन बनर्जी घाट, अंटा घाट, अदालत घाट, कृष्णा घाट व पत्थर मस्जिद घाट अनुपयुक्त है.
गांधी घाट और कृष्णा घाट पानी घटने से अनुपयुक्त
गांधी घाट और कृष्णा घाट पर जल स्तर काफी कम हो गया है, जिससे ये छठ पूजा के लिए अनुपयुक्त हो गये हैं. जिला प्रशासन ने अपील की है कि पास के घाटों पर छठ पूजा सुविधाजनक ढंग से की जा सकती है. इसलिए नजदीक के कलेक्ट्रेट घाट, महेंद्रू घाट, पटना कॉलेज घाट, लॉ कॉलेज घाट आदि का इसके लिए उपयोग किया जाये.