पटना. दीवाली के तुरंत बाद आज से पटना के छठ घाटों की बैरिकेडिंग का काम शुरू हो गया है. घाटों पर प्रकाश की व्यवस्था की जा रही है. जैसे-जैसे गंगा नदी का जल-स्तर कम हो रहा है, वैसे-वैसे घाट की सीढ़ियों से भी पानी हट रहा है और छठ घाटों की स्थिति में सुधार हो रहा है. आज शाम या कल तक प्रशासन की ओर से खतरनाक घाटों की अंतिम सूची जारी की जायेगी, जहां आम लोगों का जाना प्रतिबंधित रहेगा.
सोमवार को घाटों का निरीक्षण के उपरांत मीडिया से बात करते हुए पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि गंगा नदी में पानी तेजी से घट रहा है. पिछले छह दिनों में पटना में गंगा नदी के जल स्तर में लगभग 1.20 मीटर की कमी आयी है. रविवार को सुबह छह बजे गंगा नदी का जल स्तर 47.62 मीटर था. प्रतिदिन लगभग 8 इंच अर्थात 24 घंटे में लगभग 20 सेंटीमीटर पानी कम हो रहा है. आने वाले दिनों में जल स्तर में एक से सवा मीटर और कमी आने की संभावना है.
इधर, पेसू ने छठ पर गंगा घाटों पर निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए तैयारी तेज कर दी है. घाट तक रास्ते में पड़ने वाले ट्रांसफाॅर्मरों के मेंटेनेंस का काम चल रहा है. 30 अक्तूबर को दोपहर दो बजे से लेकर अगले दिन सुबह के अर्घ के साथ छठ की समाप्ति तक सभी 105 छठ घाटों पर बिजलीकर्मियों की टीमें तैनात रहेंगी. इनमें असिस्टेंट इंजीनियर व जेइ के साथ लाइनमैन भी शामिल रहेंगे. ये घाट पर बिजली कनेक्शन से संबंधित समस्या आने पर उसे तुरंत दूर करेंगे और बिजली आपूर्ति को जल्द बहाल करेंगे. साथ ही नौ कंट्रोल रूम बनेंगे. इनमें एक पेसू मुख्यालय में, जबकि अन्य अलग-अलग डिविजनोंं में होंगे. पेसू के हर मंडल के कार्यपालक अभियंता कंट्रोल रूम में मौजूद रहेंगे.