Chhath पर्व अब केवल बिहार और पूर्वांचल का पर्व नहीं है. देश के साथ विदेशों में भी लोग इसे भक्ति भाव से कर रहे हैं. वहीं कई विदेशी मेहमान भी अब भारतीय संस्कृति से प्रभावित होकर पर्व में शामिल होने खास तौर से बिहार आ रहे हैं. गया जिले के बोधगया के बकरौर गांव में छठ पर्व के अवसर पर कुछ विदेशी महिलाएं भी पूजा में शामिल हो रही है. जर्मनी और इटली से आए 4 विदेशी मेहमान छठ पूजा के खरना का प्रसाद बनाने में जुटी महिलाओ के साथ मदद भी कर रही है. लोक आस्था के महापर्व के आज दूसरे दिन लोहंडा है. जहां छठ व्रती खरना का प्रसाद बनाने में जुटी है. प्रसाद बनाने के लिए चावल व गेहूं को चुन रही है जिसमें जर्मनी और इटली से आई विदेशी मेहमान भी शामिल हो रहे है.
छठ के गीत गाते हुए चुना चावल और गेंहू
छठ पर्व के लोक गीतों को गाने को कोशिश करते हुए चावल व गेंहू चुनने में लगी है. गांव के मोहित कुमार ने बताया की छठ पूजा की तैयारी को देख विदेशी पर्यटकों में यह जिज्ञासा बढ़ी की यह कौन सी पूजा है जिसके बाद विदेशी मेहमानों को छठ पर्व के बारे में बताया गया तथा भगवान सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा आदि की पूरी जानकारी दी जिसके बाद विदेशी छठ पर्व के प्रति प्रभावित होकर छठ पूजा में शामिल हो रही है. वहीं छठ पूजा के कार्यों में हाथ भी बंटाते दिखी. जर्मनी से आए विदेशी मेहमानों ने बताया की भारतीय सभ्यता संस्कृति से प्रभावित होकर वह खुद छठ पर्व में शामिल हो रही है यहां की सभ्यता और संस्कृति को जानने का एक अच्छा मौका मिला है वह काफी खुश दिखी.