Chhath Puja: लंदन में दिखा छठ पर्व का उत्साह, उगते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए एकत्रित हुए भारतीय
Chhath Puja अब पूरी तरह से ग्लोबल हो गया है. बिहार और पूर्वांचल के लोग पूरी दुनिया में छठ व्रत कर रहे हैं. यूनाइटेड किंगडम (यूके) में बिहारी कनेक्ट यूके ग्रुप ने इस बार बड़े स्तर पर छठ पूजा का आयोजन नॉर्थम्पटन नमक शहर के पास एक रिसॉर्ट में किया.
Chhath Puja अब पूरी तरह से ग्लोबल हो गया है. बिहार और पूर्वांचल के लोग पूरी दुनिया में छठ व्रत कर रहे हैं. यूनाइटेड किंगडम (यूके) में बिहारी कनेक्ट यूके ग्रुप ने इस बार बड़े स्तर पर छठ पूजा का आयोजन नॉर्थम्पटन नमक शहर के पास एक रिसॉर्ट में किया. इस मौके पर इस ग्रुप ने पूरे यूके में रह रहे बिहार, झारखंड और पूर्वांचल से यहां आए हुए प्रवासी लोगो को एक सूत्र में बांधने का कार्य किया. छठ पूजा के इस आयोजन में 13 छठ व्रतियों ने एक साथ इस पर्व को किया.
500 लोगों ने छठ पूजा में लिया हिस्सा
छठ पूजा आयोजन में भाग लेने के लिए यूके के कोने कोने से लगभग 500 लोग आए. यूके में छठ पूजा तो पहले से ही बहुत लोग अपने घरों पर अपने परिवारजनों और मित्रों के साथ मनाते आए हैं, पर इस पर्व को एक साथ एक जगह पर आयोजित करने का उद्देश परंपरा को पूरी श्रद्धा के साथ निभाने के साथ साथ कोने कोने में रहने वाले परिवारों को एक साथ लाना था. इसकी तैयारी महीनों से चल रही थी. बिहारी कनेक्ट यूके के आयोजको में शामिल बोकारो के अजय कुमार, मुजफ्फरपुर के डॉक्टर बीरेंद्र राय, नालंदा के संदीप गुप्ता संग बिहारी कनेक्ट यूके के प्रेसिडेंट सिवान के डा. उदेश्वर कुमार सिंह, सदस्य छपरा के कैप्टन ओम प्रकाश, मधुबनी के राजीव सिंह, विजय राय, पटना के निशांत नवीन और ऋषिकांत, दरभंगा के पंकज झा सह कई आयोजको ने समाज को एक साथ लाने और इस आयोजन को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई.
अलग-अलग शहरों से मंगाया गया छठ का सामान
लंदन में छठ पूजा बहुत श्रद्धा के साथ मनाया जाता है. मगर इसमें एक बड़ी चुनौती पूजा में लगने वाली सामग्री की व्यवस्था करना होता है. डॉ बीरेंद्र राय बताते हैं कि कुछ सामग्री तो यहां यूके में मिल जाती है जिसे बिहारी कनेक्ट ग्रुप के स्वयं सेवकों ने अलग अलग शहरों से खरीदा. यूके के लेसिस्टर में रह रहे IT क्षेत्र में कार्य कर रहे संदीप गुप्ता जी ने कहा कि पूजा पारंपरिक तरीके से पूरे नियम के साथ हो इसके लिए आवश्यक था कि पूजा की सामग्री पूरी तरह से परंपरा के अनुसार हो. मैं यहां यूके में रह रहे हमारे साथियों का आभार प्रकट करता हूं जिन्होंने यहां स्थानीय स्तर पर सामग्री जुटने में मदद की. कई चीज़ें जो यहां नहीं मिल रहीं थीं जैसे दौड़ा, पूजा के बर्तन, सरियां इत्यादि, इन चीजों को बिहारी कनेक्ट यूके ग्रुप ने भारत से कुरियर के द्वारा मंगाया.