छठ पूजा की तैयारियां शुरू, व्रतियों की मदद के लिए इमरजेंसी कॉल बॉक्स और 59 कैमरे से हर एक पर रहेगी नजर

छठ पर्व के दौरान व्रतियों की सुरक्षा से लेकर सुविधा का विशेष ध्यान रखा जायेगा. स्मार्ट सिटी द्वारा शहर की विभिन्न जगहों पर इसीबी अर्थात इमरजेंसी कॉल बॉक्स लगाया गया है. कुल 11 जगहों पर लगाये गये इसीबी से आम लोगों और व्रतियों को काफी सुविधा मिलेगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 15, 2022 6:39 AM

छठ पर्व के दौरान व्रतियों की सुरक्षा से लेकर सुविधा का विशेष ध्यान रखा जायेगा. स्मार्ट सिटी द्वारा शहर की विभिन्न जगहों पर इसीबी अर्थात इमरजेंसी कॉल बॉक्स लगाया गया है. कुल 11 जगहों पर लगाये गये इसीबी से आम लोगों और व्रतियों को काफी सुविधा मिलेगी. आपात स्थिति में एक बटम के सहारे लोग गांधी मैदान स्थित आइसीसीसी में दो तरफ संवाद कर सकते हैं. वहां से ट्रैस कर उनके तत्काल मदद मिलेगी. वहीं, शहर व घाटों पर कुल 59 हाइ रिजॉल्युशन के कैमरे लगाये गये हैं. अन्य घाटों पर सर्वे कर कैमरा लगाया जा रहा है. इसके साथ जेपी गंगा पथ वे एवं कनेक्टिंग रास्तों ( एएन सिन्हा इंस्टीट्युट पथ) पर भी कैमरे लगाये गये हैं.

लाइटिंग व पेंटिंग का काम चालू

शुक्रवार को नगर आयुक्त ने कालीघाट पटना कॉलेज घाट एवं कृष्णा घाट का निरीक्षण किया . गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए घाट पर अनुकूल तैयारियां करने का पदाधिकारियों को निर्देश भी दिया गया. घाटों पर लगातार सफाई एवं पेंटिंग का काम चल रहा है. जिसे पूर्ण करने एवं सीढ़ियों से मिट्टी का कटाव करने का नगर आयुक्त द्वारा निर्देश दिया गया. इस दौरान नगर निगम के पदाधिकारी एवं स्मार्ट सिटी के भी कर्मी मौजूद रहे. गौरतलब है कि पटना स्मार्ट सिटी द्वारा गंगा घाटों पर कैमरे भी लगाये जा रहे हैं जिससे छठ के दौरान घाटों की लगातार मॉनिटरिंग होगी. गंगा घाट किनारे की सभी लाइटों को भी दुरुस्त कर लिया गया है एवं लगातार इसकी मॉनिटरिंग संबंधित पदाधिकारियों द्वारा की जा रही है जिससे छठ व्रतियों को कोई समस्या ना हो.

नगर आयुक्त ने किया निरीक्षण

नगर आयुक्त, अपर नगर आयुक्त एवं कार्यपालक पदाधिकारियों के साथ छठ घाटों पाटिपुल घाट, दीघा घाट, मीनार घाट एवं 98, 88, 83 एवं एलसीटी घाट का नगर आयुक्त द्वारा पैदल निरीक्षण किया गया था. इस दौरान विभिन्न घाटों पर सफाई, जलस्तर को देखते हुए समतलीकरण करने का नगर आयुक्त ने कार्यपालक पदाधिकारी एवं कार्यपालक अभियंताओं को निर्देश दिया. इसके साथ ही संवेदक के साथ मिलकर सभी घाटों के लिए संपर्क पथ निर्माण करने का भी निर्देश दिया गया.

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