मुजफ्फरपुर: छठ व्रत को लेकर फलों के बाजार में काफी तेजी है. विभिन्न प्रदेशों से फलों से लदा ट्रक मुजफ्फरपुर पहुंच रहा है. कश्मीर से सेब आ रहे हैं तो नागपुर से संतरा, पंजाब और राजस्थान से किन्नू की सप्लाई हो रही है तो मद्रास और ठाकुरगंज से केला, सिल्लीगुड़ी से अन्नानास और नासिक से अनार भी फलों की मंडी बाजार समिति पहुंच रहा है. तमिलनाडु से करीब 50 ट्रक नारियल भी पहुंचा है. यहां अब तक करीब 400 ट्रक फल उतर चुके हैं.
शहर और गांव के फल व्यवसायी बाजार समिति से रोज करोड़ों की खरीदारी कर रहे हैं. फल मंडी के दुकानदारों की माने तो इस बार छठ में 50 करोड़ का कारोबार केवल बाजार समिति के फल मंडी से होगा. इसके अलावा कई लोकल कारोबारी भी बाहर से फल मंगा कर व्यवसाय करते हैं. फल व्यवसायी आमोद कुमार ने कहा कि छठ में फलों के कारोबार में काफी तेजी रहती है. करीब दो महीना पहले से ही हमलोग इसकी तैयारी में जुट जाते हैं.
छठ के लिए कश्मीर से 100 ट्रक सेब बाजार समिति पहुंचा है. एक ट्रक में एक हजार नग यानी सेब की पेटी होती है, जिसमें 15 से 20 किलो सेब होता है. इस लिहाज से देखें तो सेब का कारोबार 10 करोड़ से अधिक का है. यहां से जिले के अन्य होलसेल मंडियों में सेब की सप्लाई की गयी है. छठ में सेब की महत्ता सबसे अधिक होती है. तकरीबन प्रत्येक अर्घ में सेब रखा जाता है. इस कारण इसकी बिक्री सबसे अधिक है. बाजार में फिलहाल 70 से लेकर 100 रुपए किलो तक सेब की बिक्री की जा रही है.
नागपुर से शहर में करीब 40 ट्रक किन्नू आया है. नाशपाती की तरह दिखने वाले इस फल को भी छठ के अर्घ में रखा जाता है. इस बार किन्नू की मांग पिछले साल से अधिक है. फल कारोबारियों का कहना है कि सेब के बाद सबसे अधिक मांग किन्नू की होती है. नागपुर से लगातार किन्नू की खेप आ रही है. व्रतियां सेब के साथ किन्नू की भी खरीदारी कर रही हैं. फलों की बिक्री से बाजार समिति के कई कारोबारी उत्साहित हैं. सबका कहना है कि इस बार बाजार का ग्रोथ काफी अच्छा है.
छठ के लिए मद्रास और ठाकुरगंज के केले से पट गया है. शहर में करीब एक लाख 20 हजार केले का घउर इन दोनों जगहों से आया है. इसके अलावा हाजीपुर का केला भी बाजार में बिक रहा है. फल व्यापारियों ने कहा कि एक केले के घउर की कीमत 250 से 500 तक है. इस लिहाज से बाहर से मंगाए गए करीब चार करोड़ के केले की बिक्री की होगी. इसके अलावा हाजीपुर का केले का भी एक से दो करोड़ का बाजार होगा. बाजार में केला पर्याप्त मात्रा में है. इस बार कीमत में बढ़ोतरी नहीं होगी.
सिल्लीगुड़ी से 12 ट्रक अन्नानास शहर पहुंच चुका है. अर्घ में अधिकतर व्रती अन्नानास रखने लगी हैं. इस कारण इसकी मांग बढ़ी है. फल बाजार में अन्नानास की बिक्री में तेजी आ गयी है. फल व्यापारी आशुतोष ने बताया कि अन्नानास की बिक्री से हम सभी उत्साहित हैं. इस बार अच्छी बिक्री हो रही है. पहले से इसका आइडिया नहीं होने के कारण अन्नानास पिछले साल की तरह ही मंगाए गए हैं. अगले साल इसके कारोबार में और बढ़ोतरी की उम्मीद है.
छठ के लिए हिमाचल प्रदेश से बाजार समिति में 50 ट्रक संतरा उतर चुका है. प्रत्येक ट्रक में संतरे की 600 पेटी रहती है. प्रत्येक पेटी में 25 किलो संतरा रहता है. बाजार में संतरा 70 से 80 रुपए किलो उपलब्ध है. इस बार संतरे का कारोबार भी छह से सात करोड़ का होगा. बाजार में संतरे की डिमांड भी पिछले साल से काफी ज्यादा है. पिछले साल की खपत को देखते हुए इस बार व्यवसायियों ने संतरे का डेढ़ गुना ऑर्डर दिया था. छठ को लेकर बाजार में इसकी खूब डिमांड है.
बाजार समिति में इस बार 60 ट्रक नारियल आया है. पिछले साल से इस बार दस ट्रक नारियल अधिक मंगाया गया है. बाजार समिति से उत्तर बिहार के अन्य जिलों में खरीदारी हो रही है. फल कारोबारियों की माने तो नारियल का कारोबार भी दस करोड़ से अधिक का है. बाजार समिति से नारियल की खूब डिमांंड है. तमिलनाडु के बड़े आकार वाले नारियल ग्राहकों की पसंद बन रहे हैं. बाजार समिति के अलावा शहर के चौक-चौराहों पर भी नारियल की अच्छी डिमांड है.