मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया बाढ़ का एरियल सर्वे, बोले- 2016 की तरह गंगा किनारे के 12 जिलों में रखें तैयारी

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को बाढ़ग्रस्त इलाकों का एरियल सर्वे किया. साथ ही सड़क मार्ग से पटना व उसके आसपास के गंगा नदी के कई इलाकों और घाटों का जायजा लिया. पटना लौटने के बाद सीएम ने गंगा नदी के आसपास के 12 जिलों के डीएम के साथ वीडियो काॅन्फ्रेंसिग के जरिये समीक्षा बैठक की.

By Prabhat Khabar News Desk | August 12, 2021 6:31 AM

पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को बाढ़ग्रस्त इलाकों का एरियल सर्वे किया. साथ ही सड़क मार्ग से पटना व उसके आसपास के गंगा नदी के कई इलाकों और घाटों का जायजा लिया. पटना लौटने के बाद सीएम ने गंगा नदी के आसपास के 12 जिलों के डीएम के साथ वीडियो काॅन्फ्रेंसिग के जरिये समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने बाढ़ को लेकर सुरक्षा, राहत व बचाव कार्य तेजी से किये जाने का निर्देश दिया.

उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में गंगा नदी में आयी बाढ़ को ध्यान में रखकर गंगा के किनारे वाले राज्य के 12 जिलों में राहत व बचाव की तैयारी रखें. करीब डेढ़ घंटे तक चली बैठक में मुख्य सचिव व आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव समेत सभी आला अधिकारी मौजूद रहे.

इसके पहले सीएम ने दोपहर करीब 12 बजे पटना मुख्य नहर के दीघा लॉक और एलसीटी घाट पर सुरक्षा दीवार का जायजा लिया. निरीक्षण के दौरान दीघा घाट, भद्रघाट, कंगन घाट व गांधी घाट पहुंचकर गंगा के बढ़े हुए जल स्तर का मुआयना किया.

जेपी सेतु पर रुक कर गंगा की धारा को देखने के बाद मुख्यमंत्री ने सोनपुर और हाजीपुर के क्षेत्रों का भी जायजा लिया. उन्होंने महात्मा गांधी सेतु पर रुक कर गंगा नदी की धारा और जल स्तर काे देखा. मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये.

उन्होंने कहा कि गंगा किनारे जहां भी घनी आबादी है और वहां पानी का रिसाव हो रहा है, तो उसे बंद करने का उपाय करें. उन्होंने कहा कि गंगा नदी के जिन घाटों पर ज्यादा पानी आ गया है, वहां पर बैरिकेडिंग कराएं.

निरीक्षण के बाद गांधी घाट पर पत्रकारों से मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा नदी के जल स्तर में वृद्धि हो रही है और आगे इसमें और बढ़ाेतरी होने की आशंका व्यक्त की गयी है. सीएम ने कहा कि मंगलवार को गंगा नदी के बढ़ रहे जल स्तर को लेकर हमने बैठक की थी, जिसमें जल स्तर को लेकर पूरी जानकारी दी गयी.

आज हमने गंगा नदी के आसपास के कई इलाकों का दौरा कर अधिकारियों के साथ पूरी स्थिति को देखा है. उन्होंने कहा कि 2016 में जब गंगा नदी के जल स्तर में वृद्धि हुई थी, उस दौरान गंगा नदी के किनारे वाले 12 जिलों में बाढ़ से बचाव को लेकर पूरी तैयारी की गयी थी.

हमने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि 2016 में गंगा नदी के किनारे वाले जिलों में बाढ़ के पानी से जो असर हुआ था, उसे ध्यान में रखते हुए इस बार भी पूरी तैयारी रखें.

मुख्यमंत्री के साथ निरीक्षण के दौरान जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार व चंचल कुमार, आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस, पटना के आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, पटना के डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह और एसएसपी उपेंद्र शर्मा सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे.

Posted by Ashish Jha

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