जातीय जनगणना को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लिखा प्रधानमंत्री मोदी को पत्र, अब मुलाकात पर होगी आगे बात

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने देशभर में जातीय जनगणना कराये जाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है.अब प्रधानमंत्री से मुलाकात के लिए समय मिलने का इंतजार है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 6, 2021 6:56 AM

पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने देशभर में जातीय जनगणना कराये जाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है.अब प्रधानमंत्री से मुलाकात के लिए समय मिलने का इंतजार है. गुरुवार को पटना, गया, नालंदा अौर जहानाबाद जिले के बाढ़ग्रस्त इलाकों का हवाई जायजा लेकर पटना लौटे मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने जातीय जनगणना को लेकर अपना पत्र प्रधानमंत्री को भेज दिया है. अब समय मिलेगा तभी आगे की बात होगी.

सीएम ने कहा कि हमारी पार्टी के सांसदों ने गृह मंत्री अमित शाह से मिलकर भी अपनी बातें रखी हैं. फोन टैपिंग से जुड़े सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले को देख रही है, वह भी इस पर अपना फैसला सुनायेगी. जो भी शिकायतें और बातें सामने आ रही हैं, उसका भी समाधान होगा.

इसके पूर्व मुख्यमंत्री ने दक्षिण बिहार की नदियों के जलस्तर की स्थिति, नदियों के कटाव की स्थिति, क्षतिग्रस्त स्थलों पर बाढ़ संघर्षात्मक कार्य तथा बाढ़ के कारण हुए फसलों के नुकसान तथा जलजमाव की स्थिति का जायजा लिया. उन्होंने पटना जिले के दनियांवा, फतुहा, धनरुआ प्रखंड, नालंदा जिले के हिलसा, करायपरसुराय, एकंगरसराय, रहुई प्रखंड, जहानाबाद जिले के हुलासगंज, मोदनगंज प्रखंड तथा गया जिले के बोधगया, टेकारी प्रखंडों का हवाई सर्वेक्षण किया.

हवाई सर्वेक्षण के दौरान जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस, आपदा प्रबंधन विभाग के विशेष कार्य पदाधिकारी सह पटना के प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल तथा मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार उपस्थित थे.

हवाई सर्वेक्षण कर लौटने के बाद हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना, नालंदा, गया एवं जहानाबाद जिले के कई इलाके बाढ़ से बहुत ज्यादा प्रभावित हैं. उन्होंने कहा कि अगर गंगा नदी का जलस्तर और ज्यादा बढ़ता है तो इन इलाकों में बाढ़ का खतरा और ज्यादा बढ़ जायेगा.

उन्होंने निर्देश दिया कि कल पटना और नालंदा जिले के डीएम और उनके साथ दूसरे अधिकारी जाकर पूरे इलाके का सर्वेक्षण करेंगे. टाल क्षेत्रों का भी जायजा लेेंगे.उसके अगले दिन गया और जहानाबाद के डीएम और अधिकारी उन इलाकों का सर्वेक्षण करेंगे.

जिस तरह से वर्षा हो रही उससे रहना है सचेत

नदियों को जोड़ने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि छोटी–छोटी नदियों को जोड़ने से काफी लाभ होगा. पानी का संग्रहण हो सकेगा और जहां पानी का संकट होगा वहां इसमें सहायता मिलेगी. उन्होंने कहा कि अभी की परिस्थिति में लोगों को हर प्रकार से राहत पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है.

जो भी क्षेत्र प्रभावित हुए हैं वहां के लोगों को राहत दिलाना और सहायता पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है. फसलों को भी नुकसान हुआ है, पानी अधिक रहने से रोपनी के कार्य में भी दिक्कत आ रही है. जिस तरह से वर्षा हो रही है, सबको सचेत रहना है.

सीएम ने कहा कि हमलोग मॉनसून की शुरुआत में ही बाढ़ को लेकर सभी प्रकार की तैयारियों की समीक्षा करते हैं और जहां भी बाढ़ की स्थिति बनती है, वहां तुरंत राहत पहुंचाने के लिए कार्य किया जाता है. उन्होंने कहा कि हम शुरू से कहते रहे हैं कि राज्य के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का है, इसलिए सभी प्रभावित लोगों को राहत दिलाना हमारी प्राथमिकता है. 2007 से ही इस पर काम किया जा रहा है.

अगले सप्ताह दोबारा करेंगे हवाई सर्वेक्षण

मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले सप्ताह हम फिर से एक बार इन क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे. बाढ़ को नियंत्रित करने के लिए विभाग ने कार्य शुरू कर दिया है, लेकिन फिर से वर्षा होने से गंगा नदी का जलस्तर और ज्यादा बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि बिहार की नदियों के जलस्तर की स्थिति को लेकर विभाग द्वारा प्रतिदिन मुझे जानकारी दी जाती है. लेकिन, हमने खुद हवाई सर्वेक्षण करके स्थिति का जायजा लिया है, ताकि लोगों को राहत पहुंचाने का कार्य ठीक ढंग से हो सके.

Posted by Ashish Jha

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