Gaya: प्रखंड के छकरबंधा थाना क्षेत्र के तारचुआं टोले मिठकी महुआ गांव में रविवार की सुबह आठ बजे फूस की झोपड़ी में आग लगने से छह वर्षीय एक एक बच्चे की मौत हो गयी. घटना के वक्त बच्चे के परिजन पास ही अपने घर में थे, जबकि बच्चा अपने मित्रों के साथ लुका छिपी का खेल खेलने के दौरान झोपड़ी में जाकर छिप गया था. मृत बालक चरणजीत कुमार झल्लु सिंह भोक्ता का पुत्र था.
जानवर से फसल को बचाने के लिए लगायी थी आग
मृतक के परिजन ने बताया कि घर के समीप ही चना व सरसों की खेती की गयी है. जंगली जानवर से फसलों की रखवाली के लिए खेत में फूस की झोपड़ी लगायी गयी थी. फसल की निगरानी के लिए रात को हम सब झोपड़ी में सोया करते थे. सुबह में घर पर चले आये थे. इसी बीच अन्य बच्चों के साथ लुका-छिपी खेल के दौरान बच्चा झोपड़ी में जा छिपा. झोपड़ी के समीप आग जल रही थी. आग कैसे झोपड़ी में लग गयी, यह पता नहीं चला है. आग लगने से झोपड़ी में छिपकर बैठा बच्चा चरणजीत कुमार की जलने से मौत हो गयी.
तारचुआं गांव में घर बनाकर रह रहे है झल्लु सिंह
तारचुआं गांव के ग्रामीणों ने जानकारी दी कि पीड़ित परिवार मदनपुर थाना क्षेत्र के पचरूखिया गांव का रहने वाला है. वर्ष 2014-15 में सुरक्षा बलों व नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ के बाद नक्सली के भय के कारण यह परिवार पलायन कर अपने रिश्तेदार के घर तारचुआं गांव आ गया था. तब से यहीं रहकर अपना जीवन यापन करने लगा.
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क्या कहते हैं थानेदार
इधर, थानाध्यक्ष अजय बहादुर ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल अस्पताल भेज दिया गया है. परिजन ने सूचना दी कि बच्चे खेलने के क्रम में झोपड़ी में जाकर छिप था. पास में आग जल रही थी. उससे झोपड़ी में आग लग गयी. उसकी चपेट में आकर बच्चे की मौत हो गयी. आग बुझाने को लेकर ग्रामीणों के साथ परिजनों ने काफी प्रयास किया. लेकिन, तब तक बच्चा हादसे का शिकार हो गया था.