Child Marriage News: बिहार के पूर्णिया जिले में एक नाबालिग को ग्रामीणों की सतर्कता की वजह से बचा लिया गया नहीं तो उसकी जिंदगी कुछ ही पल में एक खंभे से बंधने वाली थी. उम्र महज 10 साल और किसी बाहरी ने नहीं बल्कि उसके अपने ही जीजा ने उसका सौदा कर दिया था. उसके हंसते-खेलते जीवन को खत्म करने की कीमत तय की गयी थी महज 5 हजार. उसकी शादी की पूरी तैयारी हो चुकी थी. लड़का यूपी से लाया गया था लेकिन ग्रामीणों की वजह से बालिका वधू बनने से वो मासूम बच गयी.
ग्रामीणों की सतर्कता की वजह से एक बालिका वधू बनने से बच गयी. कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेंस फाउंडेशन (केएससीएफ) की टीम, पुलिस और चाइल्ड लाइन ने मौके पर पहुंच कर एक बच्ची का विवाह रुकवाया. जिसकी उम्र 10 से 13 साल के बीच बताई जा रही है. देर रात बच्ची को बालिका गृह में आश्रय दिलाया गया. मामला जिले के मरंगा थाने के एक गांव की है.
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दरअसल, ग्रामीणों को पता चला कि उनके गांव की एक नाबालिग की उत्तर प्रदेश के एक लड़के से शादी हो रही है. लड़के की भी उम्र 17 ही साल है और दोनों नाबालिग हैं. उसके बाद ग्रामीणों ने एकजुट होकर इसका विरोध किया और केएससीएफ की पूर्णिया टीम और पुलिस के अलावा चाइल्ड लाइन पर भी इसकी सूचना दी. जिसके बाद सभी टीम मौके पर पहुंच गयी और इस गैगकानूनी विवाह को फौरन रोका गया. बताया जा रहा है कि बच्ची का जीजा भी उत्तर प्रदेश का ही रहने वाला है और उसने ही शादी तय की थी.