Children Investment Plan: बच्चों के भविष्य की बेहतर करें प्लानिंग, ऐसे करेंगे मैनेंज तो नहीं पड़ेगा बोझ
Children Investment Plan आज वक्त की जरूरत बनती जा रही है. हालांकि ज्यादातर लोग ये सही फैसला नहीं ले पाते हैं कि बच्चों के भविष्य के लिए किस तरह से अपने निवेश और नियोजित करें. गलत निवेश से उन्हें सही समय पर अपने इस्तेमाल के लिए पैसा नहीं मिल पाता है. इससे उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है.
Children Investment Plan आज वक्त की जरूरत बनती जा रही है. हर अभिभावक अपने बच्चों के भविष्य को लेकर परेशान रहते हैं. उनकी पढ़ाई लिखाई के खर्च के साथ अन्य जरूरतों को पूरा करने के लिए पैसे जमा करते हैं. मगर सही दिशा में और सही तरीके से निवेश नहीं होने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ता है. ऐसे में इन्वेस्टमेंट एक्सपर्ट अमित निगम ने बताते हैं कि सबसे पहले अपने भविष्य की जरूरतों को समझें. एक कागज पर अपने बच्चे से जुड़े आने वाले खर्च को लिखे. इसके अनुसार निवेश करें.
अमित निगम बताते हैं कि निवेश की शुरुआत केवल 250 रुपये से भी की जा सकती है. मगर निवेश से पहले अपने रिस्क फैक्टर को सबसे पहले समझें. रिस्क फैक्टर और भविष्य की जरूरत का आकलन करें. इसे ऐसे समझें कि अगर बच्चों के उच्च शिक्षा में अभी खर्च 15 लाख का आ रहा है तो आने वाले 10 वर्ष में ये खर्च करीब 25 से 30 लाख रूपये हो जाएगी. ऐसे में निवेश का रिटर्न कम से कम 30 लाख के आसापास का होना चाहिए. दूसरी सबसे जरूरी बात निवेश के रिटर्न में रिस्क कम से कम होना चाहिए.
बाजार में निवेश के लिए कई हैं विकल्प
बाजार में निवेश के लिए कई विकल्प मौजूद है. अमित निगम बताते हैं कि बैंक FD, PPF, SSY या Mutual Fund में निवेश कर सकते हैं. अभिभावक महज 100 रुपये से भी आप SIP स्टार्ट कर सकते हैं. इसका लॉन्ग टर्म बेहतर रिटर्न मिलता है. वहीं केंद्र सरकार की सुकन्या समृद्धि योजना बेटियों के भविष्य के लिए सबसे सुरक्षित स्कीम है. सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) में शून्य से 10 साल की उम्र तक किसी भी लड़की के माता-पिता या कानूनी अभिभावक यह अकाउंट खोल सकते हैं. बैंक FD भी निवेश के लिए सुरक्षित और बेहतरीन विकल्प के रूप में देख सकते हैं.
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